21वीं सदी में उस ऊंचाई को हासिल करेंगे जिसका देश हकदार: मोदी
08-Jul-2022 10:40 PM 6200
नयी दिल्ली 08 जुलाई (AGENCY) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के सर्वसमावेशी विकास पर जोर देते हुये आज कहा कि 21वीं सदी में उस ऊंचाई को हासिल किया जायेगा जिसका भारत हकदार है। श्री मोदी ने “समावेशिता के माध्यम से विकास, विकास के माध्यम से समावेशिता” विषय पर आज यहां आयोजित प्रथम अरूण जेटली स्मृति व्याख्यान को संबोधित करते हुये कहा “ आज का दिन मेरे लिए अपूर्णीय क्षति और असहनीय पीड़ा का दिन है। मेरे घनिष्ठ मित्र और जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे जी अब हमारे बीच नहीं है। मेरे मित्र होने के साथ ही वह भारत के भी सच्चे दोस्त थे। उनके कार्यकाल में दोनों देशों की साक्षी विरासत खूब आगे बढी है। जापान के सहयोग के जो भारत के विकास में काम हो रहे उसके लिए श्री आबे हमेशा याद किये जायेंगे। आज का यह आयोजन मेरे और घनिष्ठ मित्र अरूण जेटली जी को समर्पित है। उनकाे याद करने पर बहुत सी बाते याद आती है। उनके बोलने की अदा से हम सब कायल है। उनका व्यक्तित्व विविधता से भरा था। आज हर कोई अरूण जी को याद करते हैं। जो विषय वस्तु रखा गया है वह सरकार का मूल मंत्र है।” श्री मोदी ने कहा कि सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों पर भरोसा करने का मौका है जिससे विकास आगे बढ़ रहा है। विकास से जुड़ा हर क्षेत्र तेजी से आगे बढ़ रहा है। 21वीं सदी में उस ऊंचाई को हासिल करेंगे जिसका भारत हकदार है। चुनौतियां है तो उसका 130 करोड़ जबाव भी है। समावेशन के बल पर विकास को हासिल करना है। उन्होंने कहा कि बगैर समावेशन का न:न तो विकास संभव है और बगैर विकास के समावेशन के लक्ष्य को भी हासिल नहीं किया जा सकता है। इसके लिए सरकार ने सबके समावेशन पर जोर दिया है। पिछले आठ वर्षाें में समावेशन के लिए जिस तरह से काम किया गया है वैसा उदाहरण दुनिया में कहीं भी नहीं मिलेगा। देश में नौ करोड़ महिलाओं को गैस के कनेक्शन दिये गये हैं। बीते आठ वर्ष में भारत ने 10 करोड़ से अधिक शौचालय बनाकर गरीबों को दिया है जो दक्षिण कोरिया की आबादी से दोगुना है। 45 करोड़ से अधिक जनधन खाते खोले गये हैं। गरीबों को तीन करोड़ पक्के मकान दिये गये हैं। भारत में कुछ वर्ष पहले आयुष्मान भारत योजना शुरू की गयी। इसकी वजह से 50 करोड़ से अधिक गरीबों को पांच लाख रुपये तक का मुक्त उपचार मिलना सुनिश्चित हुआ है। 3.5 करोड़ लोगों ने इसका उपयोग कर उपचार कराया है। इसमें समावेशन पर जोर दिया गया है ताकि गरीबों को भी आरोग्य के मामले में अच्छी सुविधा मिले। जो पहले अलग से अब उन्हें विकास की मुख्यधारा से जोड़ा गया है। देश की एक तिहाई लोगों को अब आयुष्मान योजना के माध्यम से मुख्यधारा से जोड़ा गया है जिससे हेल्थकेयर क्षेत्र का कायाकल्प हो गया है।...////...
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