15-Apr-2024 06:58 PM
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नयी दिल्ली 15 अप्रैल (संवाददाता) उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आर्थिक राष्ट्रवाद की भावना और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने का आह्वान करते हुए कहा है कि इससे भारतीय अर्थव्यवस्था और जनता को लाभ होगा।
उप राष्ट्रपति ने सोमवार को महाराष्ट्र के नागपुर में राष्ट्रीय प्रत्यक्ष कर अकादमी (एनएडीटी) में भारतीय राजस्व सेवा के 76वें बैच के समापन समारोह को संबोधित करते आयकर विभाग के अधिकारियों से आर्थिक राष्ट्रवाद की भावना को बढ़ावा देने का आग्रह करते हुए सुझाव दिया कि इससे भारतीय अर्थव्यवस्था और समाज को भरपूर लाभ मिलेगा।
उन्होंने कहा कि युवा अधिकारियों को स्थानीय लोगों के लिए मुखर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे देश को तीन बड़े लाभ होंगे- पहला, परिहार्य आयात के कारण विदेशी मुद्रा बर्बाद नहीं होगी, दूसरा, हमारे युवाओं के लिए रोजगार पैदा होगा और तीसरा, देश में उद्यमिता एक बड़ी छलांग लगाएगी।
देश में कर प्रशासन के बढ़ते डिजिटलीकरण और फेसलेस ई-असेसमेंट प्रणाली जैसे पारदर्शिता उपायों पर उप राष्ट्रपति ने कहा कि इससे कर व्यवस्था में नयी शुरुआत हुई है और आयकर विभाग 'ईमानदार को सम्मान' देने के अपने उद्देश्य को पूरा कर रहा है। उन्होंने कहा, “ एक ऐसा समाज जो ईमानदारों का सम्मान करता है और बेईमानों को पुरस्कृत नहीं करता, वह समाज शांति, सद्भाव और विकास के लिए स्थिर होता है।
श्री धनखड़ ने कहा कि आज भारत में भ्रष्टाचार के प्रति शून्य-सहिष्णुता के नए मानदंड के अनुरूप है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सत्ता के गलियारों में भ्रष्ट तत्वों को पूरी तरह से निष्प्रभावी कर दिया गया है और भ्रष्टाचार अब अवसर का “पासपोर्ट” नहीं है। यह निश्चित रूप से जेल जाने का रास्ता है।...////...