09-May-2022 09:40 PM
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बेंगलुरु 09 मई (AGENCY) कर्नाटक विधान परिषद में विपक्ष के नेता बी के हरिप्रसाद ने सोमवार को अजान के खिलाफ अभियान चलाने वालों को आतंकवादी और ऑक्टोपस करार देकर एक नये विवाद को जन्म दिया।
श्री हरिप्रसाद ने यहां संवाददाताओं से अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए असामाजिक तत्वों का इस्तेमाल करने के लिए राज्य में सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी सरकार की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा,“संघ परिवार के कई फ्रिंज संगठन हैं। वे ऑक्टोपस की तरह हैं जिनका उपयोग उनके द्वारा राज्य सरकार की विफलता को कवर करने और धार्मिक समुदायों में वैमनस्य पैदा करने के लिए किया जा रहा है। ऐसा करने वालों को आतंकवादी माना जाना चाहिए और यूएपीए अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाना चाहिए।”
इससे पहले, कर्नाटक भर में 1,000 से अधिक मंदिरों ने मस्जिदों से अज़ान के लिए लाउडस्पीकर के उपयोग का मुकाबला करने के लिए राज्य भर में सुबह पांच बजे से सुबह छह बजे तक हनुमान चालीसा और सुप्रभात भजन बजाए।
श्री राम सेना और अन्य हिंदू समूहों की ओर से समर्थित इस अभियान के तहत मंदिरों में मंत्रोच्चार किये गए। बेंगलुरु, मैसूर, मांड्या, बेलगाम, धारवाड़, हुबली, कलबुर्गी और राज्य भर के अन्य स्थानों में स्थित मंदिरों में मंत्रोच्चार किये गये।
सेना के संस्थापक और अध्यक्ष प्रमोद मुतालिक ने सुबह पांच बजे मैसूर जिले के एक मंदिर में लाउडस्पीकर के माध्यम से मंत्रोच्चार का आरंभ किया।
इस बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि उन्होंने संबंधित अधिकारियों को धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर के खिलाफ उच्चतम न्यायालय के आदेश को लागू करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा,“इस संबंध में उच्चतम न्यायालय का एक आदेश है। उच्च न्यायालय ने शीर्ष अदालत के आदेश को कैसे लागू किया जाए, इस पर भी दिशा-निर्देश दिए हैं। अभी के लिए, मैंने सभी डीसी को इस संबंध में (धार्मिक स्थानों पर लाउडस्पीकर के खिलाफ) सुप्रीम कोर्ट के आदेश को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया है।”
मुस्लिम कांग्रेस सांसदों के एक समूह ने भी आज श्री बोम्मई से मुलाकात की और राज्य में शांति एवं सद्भाव सुनिश्चित करने की मांग की। नेताओं के समूह में विधानसभा में विपक्ष के उप नेता यूटी खादर और राज्यसभा सदस्य सैयद नसीर हुसैन शामिल थे। कांग्रेस नेताओं ने श्री बोम्मई से कहा कि ध्वनि प्रदूषण के मुद्दे को किसी विशेष धर्म से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।
श्री खादर ने श्री बोम्मई से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा,“यहां धर्म, जाति या पार्टी का कोई मुद्दा नहीं है। हमें और हमारे बच्चों को खुशी से रहना चाहिए और सरकार को इसके लिए माहौल बनाना चाहिए।”
कांग्रेस नेताओं ने श्री बोम्मई को यह भी बताया कि कुछ ‘सांप्रदायिक संगठन’ मुद्दों को हवा देकर शांति और सद्भाव को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं।
श्री बोम्मई ने उन्हें कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया।...////...