27-Dec-2021 09:46 PM
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धर्मकोट (मोगा), 27 दिसम्बर(AGENCY) पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भरोसा दिया है कि शिरोमणि अकाली दल(शिअद)-भाजपा गठबंधन सरकार के 10 साल के कार्यकाल के दौरान पंजाब और पंजाबियों के साथ किये गये कथित विश्वासघात का हिसाब लिया जायेगा।
श्री चन्नी ने आज यहां स्थानीय अनाज मंडी में राज्य सरकार की ओर से बेघर लोगों को पांच-पांच मरले के प्लाटों का आवंटन पत्र वितरण करने के लिए सम्बंधी राज्य स्तरीय कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये यह बात कही। उन्होंने कहा कि राज्य के नौजवानों को नशे में धकेलना, बेअदबी की घटनाओं समेत राज्य को आर्थिक रूप से कंगाल करने जैसे मुद्दों का राज्य के लोग गठबंधन सरकार से जवाब मांगते हैं। जिसकी पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के खि़लाफ़ मामला दर्ज होने से शुरूआत हो गई है। उन्होंने तीन कृषि कानून लागू करने में भी अकाली नेताओं की केंद्र सरकार से मिलीभगत होने का आरोप लगाया। उन्हाेंने कहा कि श्रीमती हरसिमरत कौर बादल उस मंत्रालय का हिस्सा थीं जिसने ये कानून लागू किये थे। श्रीमती कौर को मंत्रालय छोड़ने के लिए लोगों ख़ास कर पंजाबी किसानों के गुस्से ने मजबूर कर दिया।
उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने किसान आंदोलन को पहले ही दिन से समर्थन दिया। उनकी सरकार ने राज्य विधानसभा में यह तीनों कानून रद्द करने का प्रस्ताव पारित किया। किसान संगठनों के साथ बैठक कर उनकी सभी माँगें मानी। इस आंदोलन के दौरान मृत करीब 750 किसानों के पारिवारों के सदस्यों को नौकरियाँ देने के साथ पांच-पांच लाख रुपए मुआवज़ा दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने उनकी सरकार की ओर से लिये जनहितैषी फैसलों का भी जिक्र किया। घरेलू बिजली के बिलों के 1500 करोड़ रुपए के बकाए माफ किये। बिजली दरें तीन रूपये प्रति यूनिट कम कीं। अकाली सरकार के समय पर निजी उद्याेगों को कथित तौर पर लाभ पहुंचाने के उदेश्य से किये गये बिजली समझौते रद्द किये। पीने वाले पानी के बकाया बिल माफ करने के साथ साथ गांवों में पानी की किराया दर 160 रुपए से और शहरों में 250 रुपए से घटा कर 50 रुपए प्रति महीना की। पेट्रोल और डीज़ल में प्रति लीटर क्रमश: 10 और पांच रुपए की कमी की गई है। 22 रुपए से अधिक ज्यादा की कीमत पर मिलने वाला रेत आज साढ़े 5 रुपए प्रति फुट मिल रहा है।
उन्होंने दावा किया कि मजीठिया कथित तौर पर नशे का एक ब्रांड बन गया था जिसे अब जल्द ही सलाखों के पीछे फैंका जायेगा। उन्होंने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर अकालियों के आगे घुटने टेकने का आरोप लगाते हुये कहा कि यदि आप सुप्रीमो मजीठिया से अदालत में हलफनामा देकर माफी न मांगते तो मजीठिया कथित तौर पर छह साल पहले ही सलाखों के पीछे होता। उन्होंने केजरीवाल को लोगों को झूठी गारंटियां न देने की भी नसीहत दी।
इस मौके पर राज्य के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल, हलका विधायक सुखजीत सिंह काका लोहगड़, लोकसभा सदस्य मुहम्मद सदीक, विधायक दर्शन सिंह बराड़ और डा. हरजोत कमल तथा अन्य गणमान्य मौजूद थे।...////...