27-Jul-2022 08:59 PM
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श्रीनगर, 27 जुलाई (AGENCY) अपनी पार्टी के अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी ने जम्मू-कश्मीर से संबंधित संविधान के अनुच्छेद 370 और 35ए को खत्म करने को प्रदेश के लोगों लिए बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने की खातिर राजनीतिक विमर्श तय करने की चुनौती करार दिया है।
श्री बुखारी ने पुलवामा के पार्टी के सम्मेलन को संबोधित करते हुए बुधवार को कहा कि प्रदेश से संबंधित संविधान के अनुच्छेद 370 और 35ए को खत्म करना प्रदेश के लोगों लिए बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने की खातिर राजनीतिक विमर्श तय करने की चुनौती है।
पार्टी ने बयान जारी कर कहा कि पांच अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 और 35A को निरस्त करने से प्रदेश में क्षेत्रीय राजनीतिक दलों की राजनीतिक स्थिति चरमरा गई है।
उन्होंने कहा, “ इन पारंपरिक राजनीतिक दलों और उनके नेताओं ने हमें विश्वास दिलाया था कि वे इन संवैधानिक अनुच्छेदों के रक्षक हैं, लेकिन, पांच अगस्त को हमें पता चला कि वे इतने सालों और दशकों से हमें गुमराह कर रहे थे।”
उन्होंने कहा, “ पांच अगस्त, 2019 के बाद, जम्मू-कश्मीर के लोगों को इस सवाल का सामना करना पड़ रहा है कि क्या उन्हें पारंपरिक दलों के भावनात्मक राजनीतिक बयानों पर भरोसा करना चाहिए या एक नए सिरे से राजनीतिक धारणा स्थापित करना चाहिए, जो उन्हें अपने राजनीतिक और बदले हुए परिदृश्य में आर्थिक अधिकार दिला सके। ”
उन्होंने कहा, “ मैं कहूंगा कि हमें अपनी युवा पीढ़ी को और अधिक दुखों और मौतों से बचाना चाहिए, शांतिपूर्ण तरीके से बेहतर भविष्य और अपने लक्ष्यों के लिए प्रयास करना चाहिए। एक समाज के रूप में, हम इस भूमि पर होने वाली मौतों और विनाश को अंतहीन समय तक जारी रखने का जोखिम नहीं उठा सकते हैं।”
श्री बुखारी ने कहा कि राजनीतिक और आर्थिक अधिकार शांतिपूर्ण तरीके से प्राप्त किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा, “ हम शांतिपूर्ण तरीके से बेहतरी के लिए बदलाव ला सकते हैं। आइए शांति को एक मौका दें। ”
उन्होंने कहा, “ हमारा मानना है कि एक सतत शांति हर उस चीज का मार्ग प्रशस्त करेगी जो हमारे लिए मायने रखती है। जम्मू-कश्मीर के लोगों को आगे बढ़ने के लिए शांतिपूर्ण माहौल की जरूरत है। शांति इस भूमि की समृद्धि और विकास सुनिश्चित करेगी और यह अंततः अपने लोगों के लिए राजनीतिक और आर्थिक सशक्तिकरण का मार्ग प्रशस्त करेगी।...////...