21-Apr-2024 07:25 PM
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श्रीनगर, 21 अप्रैल (संवाददाता) पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष एवं जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने रविवार को यह कहते हुए कि बंदूक, पत्थर और चुनाव बहिष्कार से कुछ हासिल नहीं होगा, लोगों से मतदान के दिन अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने का आग्रह किया।
सुश्री मुफ्ती अनंतनाग-राजौरी सीट से नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उम्मीदवार मियां अल्ताफ, डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के मोहम्मद सलीम और अपनी पार्टी के नेता जफर मन्हास के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं।
उन्होंने दक्षिण कश्मीर के कोकेरनाग में एक सार्वजनिक रैली के दौरान ने कहा, “अगर कुछ उभर कर सामने आयेगा, तो वह केवल मतपत्र के माध्यम से होगा ताकि हम नयी दिल्ली को बता सकें कि 2019 में उन्होंने जो किया, वह हमें स्वीकार्य नहीं है और इसे बहाल किया जाना चाहिए।”
उन्होंने कहा, “मुझे उम्मीद है कि लोग बाहर आएंगे और मतदान करेंगे, क्योंकि चुनाव बहिष्कार, पत्थरों और बंदूकों से कुछ हासिल नहीं होगा।”
उन्होंने कहा कि लोगों को कठिन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, युवा जेलों में बंद हैं और कोई उनके बारे में बात नहीं कर रहा है।
पीडीपी अध्यक्ष ने कहा, “हम नेशनल कॉन्फ्रेंस और अन्य पार्टियों के साथ मिलकर चुनाव लड़ना चाहते थे, क्योंकि जम्मू-कश्मीर के लोगों को हमारे समर्थन की आवश्यकता थी। दुर्भाग्य से, नेकां और उसके नेता नहीं चाहते थे, यहां तक कि उन्हें मुझसे बात करने तक की जरूरत महसूस नहीं हुई। जबकि मैंने सीट बंटवारे पर फैसला करने के लिए फारूक अब्दुल्ला को पूरा अधिकार दिया था।”
सुश्री मुफ्ती ने कहा ,“ नेकां कार्यकर्ता भी चाह रहे थे कि हम मिलकर चुनाव लड़ें। इसकी बजाय, उन्होंने कहा कि पीडीपी का अब अस्तित्व नहीं है।पीडीपी कैसे खत्म हो सकती है। पीडीपी ने तीन साल के कार्यकाल के दौरान टास्क फोर्स, पोटा और इखवान को खत्म कर दिया और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से जुड़े रास्ते खोल दिये। पड़ोसी देश से बातचीत का सिलसिला शुरू किया गया। पीडीपी कभी खत्म नहीं हुई। यह लोगों के दिलों में बसी हुई है।...////...