29-May-2025 10:30 PM
2672
अलीपुरद्वार 29 मई (संवाददाता) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि वह पश्चिम बंगाल के युवाओं को अनिश्चितता और अंधकार की ओर धकेल रही है।
श्री मोदी ने आज यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की रैली को संबोधित करते हुए ममता सरकार में भ्रष्टाचार के कारण हजारों शिक्षकों के बेरोजगार होने का जिक्र किया। उन्होंने कहा, “बंगाल में मची चीख पुकार, नहीं चाहिए निर्मम सरकार। तृणमूल कांग्रेस सरकार शिक्षकों की भर्ती सहित कई घोटालों में शामिल रही है। यह सरकार राज्य के लोगों के कल्याण के प्रति बिल्कुल भी सहानुभूति नहीं रखती।” उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं तथा युवाओं से राज्य के गौरव को बहाल करने के लिए बदलाव के लिए तैयार रहने का आह्वान किया और चेतावनी दी कि भाजपा किसी को भी पश्चिम बंगाल को नष्ट करने की अनुमति नहीं देगी।
उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के नेता अपनी गलतियों को स्वीकार करने के बजाय न्यायपालिका सहित अन्य पर शिक्षक भर्ती घोटाले में उनके कुकृत्यों को दबाने का आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा, “तृणमूल सरकार स्कूल नौकरी घोटाले में अपनी गलतियों को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है। वह अदालतों और न्यायिक प्रणाली को दोषी ठहरा रही है। मालदा और मुर्शिदाबाद में हाल ही में हुई सांप्रदायिक हिंसा में सैकड़ों लोग अपनी जान बचाने के लिए भागने को मजबूर हुए तथा यहां की पुलिस मूकदर्शक और पक्षपाती बनी रही। उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस सरकार केवल तुष्टीकरण की नीति को समझती है और राज्य के विकास के लिए कोई रचनात्मक कार्य करने के बजाय केवल राजनीति में करने में लीन है।
उन्होंने हाल ही में दिल्ली में आयोजित नीति आयोग की बैठक में भाग न लेने के लिए तृणमूल कांग्रेस नेताओं की आलोचना की और कहा कि जहां कई विपक्षी पार्टी के मुख्यमंत्रियों ने चर्चा में भाग लिया, वहीं पश्चिम बंगाल एक महत्वपूर्ण विकास बैठक की अनदेखी करते हुए अनुपस्थित रहा। उन्होंने कहा, “हाल ही में दिल्ली में नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की महत्वपूर्ण बैठक हुई। यह एक महत्वपूर्ण मंच है जहां देश भर के मुख्यमंत्री विकास के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक साथ आते हैं। दुर्भाग्य से पश्चिम बंगाल सरकार ने इस बार भाग नहीं लेने का फैसला किया। अन्य गैर-भाजपा शासित राज्यों के नेताओं ने भाग लिया और सभी दलों के नेता आए तथा चर्चा में शामिल हुए। तृणमूल कांग्रेस को केवल राजनीति करने में रुचि है और उनका वास्तव में काम करने का कोई इरादा नहीं है।”
प्रधानमंत्री ने तृणमूल कांग्रेस सरकार पर कई केंद्रीय कल्याणकारी योजनाओं को अवरुद्ध करने तथा आयुष्मान भारत, गरीबों के लिए पक्के घरों और कई बुनियादी ढाँचे के तहत 90,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के लाभ से वंचित करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों, मेट्रो सहित रेलवे, राष्ट्रीय गलियारा और रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास जैसी केंद्रीय परियोजनाएं केंद्रीय परियोजनाओं में राज्य के असहयोग के कारण लंबित हैं। राज्य सरकार जानबूझकर आयुष्मान भारत और आवास योजनाओं जैसे केंद्रीय कल्याण कार्यक्रमों को अवरुद्ध कर रही है, जिससे यहां हाशिए में पड़े समुदायों, वरिष्ठ नागरिकों और गरीब परिवारों को आवश्यक लाभ नहीं मिल पा रहे हैं। इन योजनाओं को लागू करने में राज्य सरकार की विफलता ने लोगों को केंद्र से मुफ्त इलाज और स्थायी आवास सहायता से वंचित कर दिया है।
श्री मोदी ने कहा “राजनीति अपनी जगह है, लेकिन तृणमूल कांग्रेस गरीबों, दलितों, पिछड़े वर्गों, आदिवासियों और महिलाओं को क्यों निशाना बना रही है। गरीबों, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग समुदायों के लिए कई केंद्रीय कल्याणकारी योजनाएं पश्चिम बंगाल में लागू नहीं की जा रही हैं। देश भर में करोड़ों लोगों को आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त इलाज का लाभ मिला है, लेकिन दुख की बात है कि पश्चिम बंगाल के लोग इससे वंचित हैं। अगर बंगाल का कोई व्यक्ति दिल्ली, बेंगलुरु या चेन्नई जाता है, तो वह वहां मुफ्त इलाज का लाभ नहीं उठा सकता। उन्होंने कहा “आज पूरे देश में 70 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिल रहा है। मैं चाहता हूं कि पश्चिम बंगाल में भी सभी बुजुर्गों को यही सुविधा मिले, लेकिन यहां की सरकार ऐसा नहीं होने दे रही है। इस पार्टी के लोग गरीबों से भी कट और कमीशन मांगते हैं।”
प्रधानमंत्री ने एक बड़े भर्ती घोटाले के जरिए हजारों शिक्षकों का भविष्य बर्बाद करने के लिए तृणमूल कांग्रेस सरकार की निंदा की और इसे राज्य की शिक्षा प्रणाली पर एक व्यवस्थित हमला बताया।...////...