07-Mar-2022 09:27 PM
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नयी दिल्ली, 07 मार्च (AGENCY) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को कहा कि भारत बंगलादेश के साथ विस्तृत आर्थिक भागीदारी समझौते (सीईपीए) को आगे बढ़ाना चाहता है।
श्री गोयल ने भारतीय वाणिज्य और उद्योग महासंघ द्वारा आयोजित "भारत-बांग्लादेश हितधारकों की बैठक के उद्घाटन सत्र" को संबोधित करते हुए कहा कि भारत-बंगलादेश द्विपक्षीय संबंध दोनों प्रधानमंत्रियों, श्री नरेन्द्र मोदी और श्रीमती शेख हसीना के प्रयासों के कारण नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं।
उन्होंने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से कहा, "हमारी दोस्ती न केवल समय की कसौटी पर खरी उतरी है, बल्कि अब व्यापार, निवेश, खाद्य सुरक्षा और प्रौद्योगिकी में गहरे सहयोग के साथ बहुआयामी, आपसी समृद्ध संबंधों में विकसित हुई है।" बैठक में बंगलादेश की प्रधानमंत्री के आर्थिक मामलों के सलाहकार डॉ. मशिउर एकेएम रहमान, आईसीसी के अध्यक्ष प्रदीप सुरेका, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।
श्री गोयल ने भारत-बंगलादेश संबंधों को मजबूत करने के लिए चार प्रमुख क्षेत्रों को सूचीबद्ध करते हुए कहा कि निर्बाध आपूर्ति श्रृंखला समय की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच संपर्क सुविधाओं में सुधार करना हमारे द्विपक्षीय व्यापार के विस्तार और बांग्लादेश तथा पूर्वी भारत की निवेश संभावना की प्राप्ति के लिए अनिवार्य है।
उन्होंने दोनों देशों के बीच रक्षा क्षेत्र में संयुक्त उत्पाद को प्रोत्साहन देने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि हमारा रक्षा सहयोग अभी संभावनाओं के अनुरूप आगे नहीं बढ़ा है, हालांकि भारत ने 50 करोड़ डालर की ऋण सहायता की पेशकश की है।
उन्होंने दोनों पक्षों से कपड़ा, जूट उत्पाद, चमड़ा और जूते, फार्मास्यूटिकल्स के लिए एपीआई, चिकित्सा उपकरण, डिजिटल स्वास्थ्य और शिक्षा सेवाएं, कृषि व्यवसाय, इलेक्ट्रॉनिक्स, अक्षय ऊर्जा, आदि जैसे निवेश के संभावित क्षेत्रों में अवसरों की खोज किए जाने को कहा।
श्री गोयल ने इस बात का भी उल्लेख किया कि बंगलादेश दक्षिण एशिया में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है।
श्री गोयल ने कहा, " वैक्सीन मैत्री ने भारत से एक करोड़ से अधिक टीकों की आपूर्ति के साथ हमारी मित्रता (दोस्ती) की पुष्टि की। हाल के वर्षों में हमने बंगलादेश को तीन बार आठ अरब डॉलर की ऋण सहायता भी दी है जो भारत द्वारा किसी एक देश को दिया गया सबसे बड़ा रियायती ऋण है।’
उन्होंने कहा कि निवेश को बढ़ावा देने के लिए भारत-बंगलादेश सीईओ फोरम हमारी दोस्ती का एक और प्रमाण है। बंगलादेश में अब 350 से अधिक भारतीय कंपनियां काम कर रही हैं। श्री मोदी ने 50 युवा बंगलादेशी उद्यमियों को भारत आने के लिए आमंत्रित किया है, जो मुझे यकीन है कि हमारे मजबूत संबंधों को आगे बढ़ाएंगे।...////...