10-May-2024 06:27 PM
8856
बस्ती 10 मई (संवाददाता), उत्तर प्रदेश के बस्ती लोकसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बीच दिलचस्प मुकाबला देखने काे मिल रहा है।
बस्ती संसदीय क्षेत्र में इस त्रिकोणीय संघर्ष में निर्दलीय और छोटे दल के उम्मीदवारों की भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता जो अपने समर्थकों के बीच चुनाव प्रचार को लेकर दिन रात एक किये हैं। यहां मुख्य मुकाबला भाजपा प्रत्याशी हरीश द्विवेदी, सपा - इण्डिया गठबन्धन के प्रत्याशी राम प्रसाद चौधरी और बसपा के लवकुश पटेल के बीच है।
बसपा ने पहले दयाशंकर मिश्र को प्रत्याशी बनाया था मगर आखिरी समय में उनका टिकट काट कर लवकुश पटेल को प्रत्याशी बनाया। पहले ये माना जाता था कि दयाशंकर मिश्र भाजपा का पूरी तरह समीकरण बिगाड़ देगे लेकिन लवकुश पटेल के आने से सपा-कांग्रेस गठबन्धन के प्रत्याशी के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है। लवकुश पटेल के पिता एवं पूर्व विधायक स्वर्गीय नन्दू चौधरी की कुर्मी मतदाताओं से खास पकड़ थी जिसका उनको काफी फायदा मिल सकता है।
उधर, भाजपा के वर्तमान सांसद हरीश द्विवेदी जीत की हैट्रिक लगाने के लिए प्रयासरत है और उन्हें जिताने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री राजकिशोर सिंह ने भी भाजपा का दामन थाम लिया है। राजकिशोर सिंह बस्ती जनपद के ही नही पूर्वाचल के बड़े नेता माने जाते है। मजे की बात तो ये है कि भाजपा प्रत्याशी हरीश द्विवेदी के पटीदार पंकज दूबे भी चुनाव मैदान है।
सपा-कांग्रेस गठबन्धन प्रत्याशी राम प्रसाद चौधरी की मुश्किलें राजकिशोर सिंह के आने से बढ़ गयी है, राम प्रसाद चौधरी कई बार उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री रहे एवं कप्तानगंज विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे है। वर्तमान समय में उनके पुत्र कवीन्द्र अतुल चौधरी कप्तानगंज विधानसभा क्षेत्र से विधायक है।
बस्ती लोकसभा क्षेत्र में 19 लाख दो हजार 898 मतदाता है जिनमें से 10 लाख 11 हजार 878 पुरूष तथा 8 लाख 90 हजार 923 महिला मतदाता है। प्रमुख पार्टियों के प्रत्याशियों द्वारा मतदाताओं से अपने पक्ष में मतदान के लिए जनसम्पर्क किया जा रहा है सबसे अधिक जनसम्पर्क भाजपा एवं सपा के कार्यकर्ताओं द्वारा किया जा रहा है। चुनाव चिन्ह आवंटन के बाद प्रचार-प्रसार लाउडस्पीकर से शुरू हो गया है।
सोशल मीडिया पर प्रमुख प्रत्याशियों के समर्थकों द्वारा हारजीत का जंग छिड़ा हुआ है कोई जातिवाद को लेकर पोस्ट कर रहा है तो कोई समर्थक के नाते अपने पार्टी प्रत्याशी का प्रचार कर रहा है। भारतीय जनता पार्टी द्वारा दूसरे दलों के नेताओं, कार्यकर्ताओं को अपनी पार्टी की सदस्यता दिलाने के लिए जोडतोड़ तेजी से कर रही है वही सपा भी जोडतोड़ में तेजी दिखा रही है।...////...