भारतीय संस्कृति का प्रतीक है, आचार्य द्विवेदी का साहित्य: डॉ त्रिपाठी
20-Aug-2022 09:55 PM 7356
नयी दिल्ली, 20 अगस्त (AGENCY) हिंदी के वरिष्ठ आलोचक, कवि एवं गद्यकार डॉ विश्वनाथ त्रिपाठी ने कहा है कि हिंदी साहित्य के पितामह आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी का व्यक्तित्व और उनका साहित्य, भारतीय संस्कृति के ऐसे प्रतीक हैं जो मध्यकालीन साहित्य की व्याख्या करते हैं एवं आधुनिकता और परंपरा को समझाते हैं। आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी की 116वीं जयंती के अवसर पर दिल्ली सरकार की हिंदी अकादमी द्वारा शनिवार को यहां आयोजित संगोष्ठी में बतौर मुख्य वक्ता डॉ त्रिपाठी ने कहा कि आचार्य द्विवेदी अपने समय के मनुष्य को साहित्य से रचने का प्रयास करते हैं। यह सब करते हुए वह समाज के सबसे निम्न वर्ग और वर्ण के व्यक्ति, वंचित और शोषित को नहीं भूलते। संगोष्ठी का आयोजन आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी मेमोरियल ट्रस्ट और हिंदी अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था।...////...
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