11-May-2025 11:11 PM
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नयी दिल्ली, 11 मई (संवाददाता) दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा है कि प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ट्रिपल इंजन की सरकार ने बिजली के बिलों पर पावर परचेज एडजस्टमेंट कॉस्ट (पीपीएसी) में बढ़ोतरी करके दिल्लीवालों को महंगाई का एक और झटका देने का काम किया है।
श्री यादव ने रविवार को मीडियाकर्मियों से कहा कि दिल्ली विद्युत नियामक आयोग (डीईआरसी) ने डिस्कॉम के तहत बिजली कम्पनियों को 13.33 से 19.22 प्रतिशत तक पीपीएसी वसूलने की अनुमति दे दी है, जिसका दिल्ली कांग्रेस विरोध करती है। उन्होंने कहा कि अब बीएसईएस यमुना 13.33 प्रतिशत, बीएसईएस राजधानी पावर 13.54 प्रतिशत और टाटा पावर 19.22 प्रतिशत पीपीएसी बिजली बिलों पर वसूलेगी।
उन्होंने कहा कि जब भाजपा को मालूम था कि गर्मी बढ़ने से बिजली की मांग बढ़ेगी, तो जरुरत अनुसार बिजली की क्षमता पहले से क्यों नहीं बढ़ाई। अब तीन महीनों के नाम पर पीपीएसी में बढ़ोतरी करके भाजपा सरकार बिजली उपभोक्ताओं कमर तोड़ने का काम कर रही है, जबकि दिल्लीवालें पहले से ही बिजली बिलों के उपर अतिरिक्त चार्ज के तहत दोगना बिल भर रहे है। उपभोक्ताओं से बिजली बिलों पर पीपीएसी सहित एनर्जी चार्ज, फिक्सड चार्ज, सरचार्ज, ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन चार्ज और सात प्रतिशत पेंशन चार्ज वसूला जा रहा है। उन्होंने कहा कि कहीं ऐसा तो नहीं आम आदमी पार्टी की भांति भाजपा भी बिजली कम्पनियों के हित साधने के लिए काम कर रही है?
कांग्रेस नेता ने कहा कि बिजली बिलों पर पीपीएसी की बढ़ोत्तरी को लेकर आम आदमी घड़ियाली आंसू बहा रही है, लेकिन सत्ता में रहते हुए उन्होंने भी 11 जुलाई, 2024 को नौ प्रतिशत, जून 2023 में 10 प्रतिशत और जुलाई 2022 में छह प्रतिशत पीपीएसी सहित अक्टूबर 2021 में पेंशन चार्ज को पांच प्रतिशत से बढ़ाकर सात प्रतिशत करके दिल्ली के लोगों पर लगातार बिजली बिलों में बढ़ोतरी की थी। उन्होंने कहा कि भाजपा हो या आम आदमी पार्टी दोनों ही पार्टियां जनविरोधी है।
उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं ने चुनाव के दौरान 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने का वादा किया था, लेकिन बिजली बिलों पर दिल्ली की जनता को राहत देने की जगह खपत बढ़ने पर पीपीएसी में बढ़ोतरी की घोषणा करके बिजली कम्पनियों को फायदा पहुंचाना शुरु कर दिया है। भाजपा पूरी तरह आम आदमी पार्टी के नक्शे कदम पर चल रही है।
श्री यादव ने कहा कि भाजपा ने दिल्ली और दिल्ली वालों के विकास और कल्याण करने का ब्लू प्रिंट तैयार करने के लिए 100 दिनों का समय मांगा था, लेकिन अब विकास करने की जगह हर 15-20 दिनों में दिल्ली की जनता की कमर तोड़ने के लिए महंगाई का झटका दे रही है और चुनाव में जनता से किए हुए वादों को निभाने की कार्यवाही करती कहीं दिखाई नही दे रही है। गैस सिलेंडर की दरों में बढ़ोतरी, दूध के दामों में बढ़ोत्तरी, पेट्रोल डीजल पर उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी सहित सब्जियों, दालों, खाद्य तेल सहित मसालों आदि में बढ़ोतरी करके भाजपा ने अपने पूंजीपति संरक्षण चेहरे को उजागर कर दिया है।...////...