11-Aug-2023 11:24 PM
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चम्बा, 11 अगस्त(संवाददाता) हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिले के चुराह उपमंडल अंतर्गत तीसा-बैरागढ़ मार्ग पर तरवाई पुल के समीप पहाड़ी से गिरा पत्थर चालक को लगने से अनियंत्रित हुआ वाहन बैरा खड्ड में गिरने से इसमें सवार छह पुलिसकर्मियों समेत सात लोगों की आज मौत हो गई तथा चार अन्य घायल हो गये।
पुलिस ने बताया कि हादसा सुबह करीब दस बजे हुआ जब पुलिस टीम गश्त पर थी। मृतकों में हिमाचल प्रदेश पुलिस के पांच पुलिसकर्मी कांगड़ा और एक चम्बा का रहने वाला था। चालक भी चम्बा निवासी था। इनकी शिनाख्त नूरपुर के उप निरीक्षक राकेश गोरा, ज्वाली के खब्बल के कांस्टेबल कमलजीत और खैरियां के अभिषेक, सूरजपुर देहरा के कांस्टेबल सचिन, इच्छी निवासी कांस्टेबल लक्ष्य कुमार, चम्बा के डलहौजी के हेड कांस्टेबल प्रवीण टंडन, चम्बा के चालक चंदू राम के रूप में की गई है। घायलों की शिनाख्त पालमपुर के कांस्टेबल सचिन, बैजनाथ के कांस्टेबल अक्षय चौधरी, चम्बा के हेड कांस्टेबल राजेंद्र कुमार और पंकज कुमार के रूप में की गई है। म़ृतकों के शव सिविल अस्पताल तीसा में पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए गए हैं।
चम्बा जिला उपायुक्त अपूर्व देवगन ने एसडीएम चुराह की अध्यक्षता में जांच कमेटी का गठन किया है जो सात दिन में अपनी रिपोर्ट देगी। पुलिस के अनुसार पुलिस टीम एक वाहन में बैरागढ़ चौकी से ब्रूइला के लिए गश्त पर निकले थे कि पहाड़ी से गिरा पत्थर वाहन चालक को लगा जिससे वाहन अनियंत्रित होकर गहरी खड्ड में लुढ़क गया। गिरते समय पुलिस जवानों समेत दस लोग गाड़ी से छिटक कर पत्थरों पर जा गिरे। वाहन को गिरता देख स्थानीय लोग मदद के लिये खड्ड में उतरे। उन्होंने चुराह प्रशासन और पुलिस को भी सूचना दी। शवों और घायलों को निकाला गया। एक शव बह जाने से टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद उसे निकाल कर किनारे पर पहुंचाया। चार घायलों को सिविल अस्पताल तीसा पहुंचाया गया। जहां पर प्राथमिक उपचार के बाद तीन को चम्बा रेफर किया गया।
जिला उपायुक्त अपूर्व देवगन और पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव भी मौके पर पहुंचे। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल, मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने हादसे पर शोक जताया है।
वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं चुराह से विधायक हंसराज ने आरोप लगाया कि हादसे के पीछे पूरी तरह से सरकार और लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता जोगिंदर शर्मा की लापरवाही सामने आई है। शर्मा पर तुरंत एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। उन्होंने कहा “हमने सरकार से गुहार लगाकर भूस्खलन प्रभावित इस मार्ग को बंद कराया था, पर सरकार ने इसे फिर खोल दिया था। पहाड़ लगातार गिर रहा था, लेकिन सरकार ने कोई संज्ञान नहीं लिया। उन्होंने हादसे को लेकर एक उच्च स्तरीय जांच समिति गठित करने की मांग की।...////...