28-Apr-2025 10:28 PM
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नयी दिल्ली 28 अप्रैल (संवाददाता) केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को देश में खेती-किसानी की प्रगति के संबंध में साप्ताहिक समीक्षा की।
श्री चौहान ने यहां भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ लिमिटेड (नैफेड) और राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड (एनएचबी) के कामकाज की भी अलग-अलग बैठकों में समीक्षा करते हुए किसानों के हित में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
केंद्रीय मंत्री ने कृषि क्षेत्र की समीक्षा करते हुए वरिष्ठ अधिकारियों से फसलों की कटाई, बुआई, उपार्जन, उर्वरक, खाद-बीज की उपलब्धता, मौसम एवं सिंचाई के लिए जलाशयों आदि की स्थिति की जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि पूरे देश में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में जलाशयों की कुल संग्रहण स्थिति बेहतर है और इसी अवधि के दौरान सामान्य संग्रहण से भी बेहतर है। कुल 161 जलाशयों में उपलब्ध संग्रहण पिछले वर्ष की इसी अवधि के संग्रहण का 118 प्रतिशत और पिछले दस वर्षों के औसत संग्रहण का 119 प्रतिशत है। आगामी खरीफ सीजन 2025 के लिए उर्वरकों की आवश्यकता पर राज्यों के साथ समन्वय किया जा रहा है।
श्री चौहान ने किसानों को खाद-बीज आदि की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए भी कहा। साथ ही, उपज के थोक व खुदरा मूल्यों के बारे में समीक्षा करते हुए अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
बैठक में बताया गया कि ग्रीष्मकालीन बुआई के मौसम के लिए 27 अप्रैल तक धान की बुआई में पिछले वर्ष की तुलना में 4.03 लाख हेक्टेयर की वृद्धि दर्ज की गई है, जो 27.64 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 31.67 लाख हेक्टेयर हो गई है। मूंग और उड़द के रकबे में भी की वृद्धि हुई है। मूंग, चना और उड़द आदि के रकबे में भी वृद्धि हुई है। गेहूं के लिए प्रमुख राज्य उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और बिहार हैं।
मध्य प्रदेश में 100 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में 88 प्रतिशत, राजस्थान में 100 प्रतिशत, गुजरात में 100 प्रतिशत, हरियाणा में 92 प्रतिशत, पंजाब में 80 प्रतिशत और बिहार में 88 प्रतिशत गेहूं की कटाई पहले ही हो चुकी है। सभी राज्यों में फसल लगभग परिपक्वता चरण को पार कर चुकी है। मूंगफली की बुआई में भी वृद्धि हुई है।...////...