डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'सर्चिंग फॉर छोटी' का ईकोरिल्स फिल्म फेस्टिवल 2025 में हुआ प्रदर्शन
08-Jun-2025 05:57 PM 3251
नयी दिल्ली ,08 जून (संवाददाता) निर्देशक चंद्र मौली मल्लम्पल्ली की शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘सर्चिंग फॉर छोटी’ का प्रदर्शन ईकोरिल्स फिल्म फेस्टिवल 2025 में किया गया। ईकोरिल्स फिल्म फेस्टिवल 2025 06 से 08 जून तक नई दिल्ली में आयोजित हो रहा है। फिल्म ‘सर्चिंग फॉर छोटी’की स्क्रीनिंग सात जून को हुयी। इस फ़िल्म की कहानी सुभाष बेहरा और चंद्र मौली मल्लम्पल्ली पर केंद्रित है। दोनों मिलकर भारत की सबसे दुर्लभ जंगली बिल्लियों में से एक फिशिंग कैट्स की खोज में निकलते हैं। फ़िल्म की कहानी यह भी दर्शाती है कि प्रकृति के साथ संतुलन बनाए रखना क्यों ज़रूरी है।इस फिल्म को इंटरनेशनल मोशन पिक्चर अवॉर्ड्स (कैनेडा) में ‘नेचर और वाइल्डलाइफ’ कैटेगरी में सर्वश्रेष्ठ शॉर्ट फिल्म का पुरस्कार भी मिला है।फ़िल्म का छायांकन गिरिधर नायक ने किया हैं। फ़िल्म के बारे में बात करते हुए मल्लम्पल्ली ने कहा ,यह फ़िल्म बताती है कि चिलिका झील और उसके आसपास का इलाका सिर्फ़ जानवरों के लिए नहीं, बल्कि वहाँ रहने वाले लोगों के जीवन में भी कितनी अहमियत रखता है। अब वहाँ सब कुछ धीरे-धीरे बदल रहा है। यह फ़िल्म हमें सोचने पर मजबूर करती है कि अगर ये सब खत्म हो गया तो हमारे भविष्य का क्या होगा। मल्लम्पल्ली को बचपन से ही जंगल और जानवरों से जुड़ी हुई कहानियों में दिलचस्पी थी। वे हमेशा से अपनी फिल्मों के द्वारा इन विषयों से जुडी हुई कहानियाँ बताना चाहते थे। मल्लमपल्ली ने अपने करियर की शुरुआत नेशनल जियोग्राफिक और बीबीसी जैसी जगहों पर काम कर के शुरू किया, जहाँ उन्होंने बहुत कुछ सीखा । यहीं से उन्हें सच्ची कहानियों पर आधिरत फिल्में बनाने की प्रेरणा मिली।चंद्र मौली मल्लम्पल्ली के आने वाले प्रोजेक्ट्स में ‘मंडला’ शामिल है, जो एक डॉक्यू-फीचर फिल्म है और जिसका निर्देशन गिरिधर नायक ने किया है। इस फिल्म में मल्लमपल्ली लाइन प्रोड्यूसर की भूमिका निभा रहे हैं।यह फिल्म महाराष्ट्र के कोंकण इलाके के दो डॉक्टरों की कहानी है, जो लोगों की जान बचाने के लिए सांप के काटने से जुड़ी घटनाओं का सामना करते हैं।...////...
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