दलाई लामा के संबंध में भारत का टिप्पणी करने से इंकार
04-Jul-2025 09:07 PM 9601
नयी दिल्ली 04 जुलाई (संवाददाता) तिब्बत के आध्यात्मिक नेता दलाई लामा के हाल के बयान के संदर्भ में भारत ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि वह आस्था और धर्म की मान्यताओं तथा प्रथाओं से संबंधित मामलों पर कोई रुख नहीं अपनाता है और न ही टिप्पणी करता है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने दलाई लामा के अपने उत्तराधिकारी से संबंधित बयान के बारे में मीडिया के सवालों के जवाब में कहा , “ हमने दलाई लामा संस्था की निरंतरता के बारे में दलाई लामा द्वारा दिए गए बयान से संबंधित रिपोर्ट देखी हैं। भारत सरकार आस्था और धर्म की मान्यताओं तथा प्रथाओं से संबंधित मामलों पर कोई रुख नहीं अपनाती है और न ही बोलती है। ” उन्होंने कहा कि सरकार ने हमेशा भारत में सभी के लिए धर्म की स्वतंत्रता को बरकरार रखा है और वह ऐसा करना जारी रखेगी। उल्लेखनीय है कि दलाई लामा ने कहा था कि उनके उत्तराधिकारी का फैसला उनका कार्यालय करेगा। इस पर चीन ने कड़ा ऐतराज जताते हुए प्रतिक्रिया व्यक्त की थी अगले दलाई लामा के बारे में निर्णय चीन ही करेगा। सरकार की प्रतिक्रिया इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू की टिप्पणी पर चीन की आपत्ति के बाद आयी है। चीन ने श्री रिजिजू के बयान पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा था, “ भारत को 14वें दलाई लामा के चीन विरोधी अलगाववादी विचारों से दूर रहना चाहिए और शिजांग (तिब्बत) से जुड़े मुद्दों पर अपनी प्रतिबद्धताओं का सम्मान करना चाहिए।” चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने कहा, “ भारत को अपने शब्दों और कार्यों में सावधानी बरतनी चाहिए, शिजांग से जुड़े मुद्दों पर चीन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करना बंद करना चाहिए और चीन-भारत संबंधों के सुधार और विकास पर असर डालने वाली बातों से बचना चाहिए।” श्री रिजिजू ने कहा था कि दलाई लामा के उत्तराधिकारी का चुनाव पूरी तरह से आध्यात्मिक नेता के हाथ में होना चाहिए जो दुनिया भर में उनके अनुयायियों की आस्था को दर्शाता है। उन्होंने ने कहा, “मैं दलाई लामा का भक्त हूं। दुनिया में कोई भी व्यक्ति जो दलाई लामा का अनुसरण करता है, वह चाहता है कि उनका उत्तराधिकारी दलाई लामा स्वयं चुनें।” उन्होंने कहा कि इस मामले में कोई अस्पष्टता नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा, “ बौद्ध धर्म को मानने वाले सभी लोग और अनुयायी सोचते हैं कि दलाई लामा को अपना उत्तराधिकारी स्वयं चुनना चाहिए। इस पर हमें या भारत सरकार को बोलने की कोई आवश्यकता नहीं है।” उल्लेखनीय है कि श्री रिजिजू रविवार को दलाई लामा के 90वें जन्मदिन कार्यक्रम में भाग लेने के लिए सरकार के प्रतिनिधि के रूप में धर्मशाला का दौरा करेंगे।...////...
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