20-Jan-2022 09:56 PM
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नयी दिल्ली, 20 जनवरी (AGENCY) कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) की एक ताजा रपट के अनुसार नवंबर, 2021 माह के दौरान कर्मचारी भविष्य निधि योजना में शुद्ध रूप से 13.95 लाख नए अंशधारक जुड़े जो संगठित क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों में सुधार का संकेत है।
श्रम मंत्रालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार अक्टूबर, 2021 की तुलना में नवंबर में ईपीएफओ अंशधारकों की संख्या में वृद्धि लगभग 2.85 लाख ज्यादा है जो इसमें 25.65 प्रतिशत वृद्धि दर्शाती है। नवंबर, 2021 में शुद्ध रूप से जुड़े नए अंशधारकों की संख्या 2020 के 10.11 लाख की तुलना में 3.84 लाख ऊंची है।
विज्ञप्ति के अनुसान नवंबर,21 में जुड़े शुद्ध 13.95 लाख अंशदाताओं में (अंतिम आंकड़े) 8.28 लाख नए सदस्य पहली बार ईपीएफओ के अंतर्गत आए। इस माह के दौरान लगभग 5.67 लाख अंशधारक जो ईपीएफओ से बाहर निकल गए थे लेकिन अपनी नौकरी बदलकर ईपीएफ और एमपी अधिनियम, 1952 के दायरे में आने वाले प्रतिष्ठानों में फिर से ईपीएफओ से जुड़ गए हैं।
इन ग्राहकों ने अंतिम निकासी के लिए आवेदन करने के बदले पिछली नौकरी से प्राप्त हुई अपनी पीएफ धनराशि को वर्तमान पीएफ खाते में स्थानांतरित कर ईपीएफओ के साथ अपनी सदस्यता जारी रखने का विकल्प चुना।
विश्लेषण से पता चलता है कि नवंबर, 2021 के दौरान 22 से 25 वर्ष के आयु वर्ग की आयु के 3.64 लाख अंशधारक ईपीएफओ की सामाजिक सुरक्षा स्कीम में शामिल हुए। नए जुड़ने वालों में 2.81 लाख नामांकनों 18 से 21 आयु वर्ग के हैं। 18 से 25 वर्ष के आयु समूहों ने नवंबर, 2021 में कुल ग्राहक वृद्धि में लगभग 46.20 प्रतिशत का योगदान किया है। इन आयु-समूहों के सदस्य आमतौर पर पहली बार नौकरी में आते हैं।
इस दौरान महाराष्ट्र, हरियाणा, गुजरात, तमिलनाडु और कर्नाटक के प्रतिष्ठान लगभग 8.46 लाख ग्राहकों को जोड़कर सबसे आगे जो इस दौरान जुड़े सभी आयु वर्ग के अंशदाताओं का 60.60 प्रतिशत है।
महीने के दौरान दर्ज महिला अंशदाताओं की शुद्ध संख्या 2.95 लाख रही जो अक्तूबर, 2021 की तुलना में लगभग 59,005 अधिक है।
ईपीएफओ नवंबर, 2017 से आगे की अवधि को शामिल करते हुए पेरोल से संबंधित आंकड़े मई, 2018 से जारी करता आ रहा है।...////...