27-May-2025 08:34 PM
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नयी दिल्ली, 27 मई (संवाददाता) केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को इतिहास के पाठ्यक्रम में शामिल करने पर विचार कर सकती है।
श्री प्रधान ने यहां शिक्षा क्षेत्र पर एनडीटीवी टीवी चैनल के सम्मेलन में चर्चा के दौरान इस विषय में एक सवाल पर कहा, “ देश के पराक्रम और शक्ति बढ़ाने के लिए जन-जिन विषयों में सरकार की श्रद्धा है, वे सब बच्चों के अंदर आनी चाहिए।” उन्होंने कहा, ‘ जिन राज्य सरकारों ने इस दिशा में पहल की है उन्होंने अच्छा काम किया है, एनसीईआरटी हमेशा इस तरह के अच्छे विषयों पर ध्यान देती आई है. एनसीईआरटी इन सभी विषयों पर भी निश्चित ही ध्यान देगी।” उन्होंने कहा , “इतिहास भविष्य में चलने के लिए दर्पण का काम करता है और अपने इतिहास को सही तरह से दिखाना हमारा दायित्व है, क्यों कि हमें भविष्य को और प्रभावशाली और स्पष्ट करना है।”
बातचीत में उन्होंने यह भी कहा, ‘ हम इतिहास को मिटाने वाले लोग नहीं हैं. हम लंबी लकीर खींचने वाले लोग हैं। इस देश में अनेकों गुमनाम और अज्ञात हैं, क्या देश में कभी शहीद जोरावार और फतेह सिंह की वीरगाथा के बारे में बच्चों को पढ़ाया जाता था? क्या कोहिमा के बच्चे उन शहीदों की वीरगाथा जानते थे?’ उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार इतिहास के तमाम गुमनाम नायकों की कहानियों को देश की नयी पीढ़ी के सामने लाने का काम कर रही है। लेकिन कुछ लोग इस पर सवाल उठाते हैं कि ये क्यों लाया जा रहा है।...////...