20-Oct-2024 09:09 PM
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दरभंगा, 20 अक्टूबर (संवाददाता) बिहार विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने आज कहा कि कोई भी समाज तभी प्रगति करता है जब वह अपने गौरवशाली अतीत को ध्यान रखता है और वर्तमान में खड़े होकर भविष्य के ताने-बाने को बुनता है।
श्री यादव ने रविवार को संस्कृत विश्वविद्यालय, दरभंगा के परिसर में चाणक्य मंडप में आयोजित तीन दिवसीय चंद्रगुप्त साहित्य महोत्सव के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि भगत सिंह एवं चंद्रशेखर आजाद जैसे राष्ट्रभक्तों ने कभी अपने लिए नहीं, बल्कि हमेशा भारत माता के लिए सोचा। आज विश्व में भारत की स्वीकार्यता बढ़ी है। देश का मान सम्मान भी निरंतर बढ़ रहा है। भारत राष्ट्र को विश्व भर में सुना जा रहा है। ऐसे में जरूरत है कि हम नई पीढ़ी को राष्ट्रीयता की भावना से उत्तर भरें। इसके लिए उनके तरीके से ही सोचने और उन्हें समझाने की आवश्यकता है।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि विश्व में फैले भारतीय आज अपने देश में बन रहे स्कोप को देख रहे हैं। भारत माता उन्हें पुकार रही है। वे एकता और अखंडता के लिए अवश्य ही कार्य करेंगे। जितने भी आराध्य रहे हैं उन्होंने भी भारत को सिर्फ जमीन का टुकड़ा नहीं माना। सभी ने संपूर्ण राष्ट्र को एक करने के लिए कार्य किया। भगवान राम ने उत्तर से दक्षिण तक का अपनी यात्रा से एकीकरण किया तो श्री कृष्ण ने पूर्व से पश्चिम तक राष्ट्र के एकीकरण में अपना अवदान दिया। सभी 12 ज्योतिर्लिंग, चारों पीठ इसी भारत राष्ट्र की एकता को प्रतिष्ठित और मजबूती देने के लिए हैं।
प्रज्ञा प्रवाह के अखिल भारतीय कार्यकारिणी समिति के सदस्य रामाशीष ने कहा कि भारतवर्ष को अभिशप्त हनुमान की तरह सामर्थ्य की याद दिलाकर समर्थ बनाने की आवश्यकता है और इसके लिए भारत में अपने अंक का प्रचलन होना चाहिए। भारत का अंक राम हैं। राष्ट्र का अधिष्ठान सनातन है। देश की राजनीति नहीं, बल्कि अपने अधिष्ठान धर्म को बचाने की आवश्यकता है।...////...