19-Sep-2022 06:25 PM
2455
उज्जैन, 19 सितंबर (संवाददाता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भगवान को प्राप्त करने के तीन मार्ग हैं ज्ञान मार्ग, भक्ति मार्ग तथा कर्म मार्ग। ये तीनों त्रिवेणी स्वामी सत्यमित्रानन्द गिरिजी महाराज में थी।
श्री चौहान आज यहां सद्गुरूदेव ब्रह्मलीन पद्मभूषण स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि महाराज की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में स्वामी सत्यमित्रानन्द गिरि महाराज के श्रीचरणों में प्रणाम करते हुए कहा कि उनका तेज ओजस्वी था। उनकी वाणी सुनते थे तो साक्षात स्वामी विवेकानन्द जैसी वाणी सुनाई देती थी। एक नई ऊर्जा का प्रवाहमान था। ऐसे ओजस्वी एवं सनातन धर्म की ध्वजा को फहराने में अग्रणी श्री गिरि महाराज को श्रद्धा सहित नमन करते हैं।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि लाल पुल से हरसिद्धि मन्दिर तक के सड़क मार्ग का नाम अब ब्रह्मलीन श्री सत्यमित्रानन्द गिरिजी के नाम से होगा। उन्होंने कहा कि ब्रह्मलीन श्री सत्यमित्रानन्द गिरि महाराज हमेशा जगत के हित के कल्याणकारी कामों में सदैव लगे रहते थे। उन्होंने समाज में अच्छे कार्यों की जागरूकता फैलाने का काम किया। भारत माता का मन्दिर उन्होंने बनाया है, जो अद्भुत है। आज उनकी प्रतिमा का उज्जयिनी में अनावरण हुआ है। वे सदैव हमारे मन में रहेंगे।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में मुख्यमंत्री श्री चौहान, जूना पीठाधीश्वर महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरिजी, स्वामी गोविन्ददेव गिरिजी, स्वामी पुण्यानन्द गिरिजी, स्वामी अखिलेश्वरानन्द गिरिजी, स्वामी चिदानन्द महाराज, उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद अनिल फिरोजिया आदि ने ब्रह्मलीन श्री सत्यमित्रानन्द गिरिजी महाराज के चित्र पर पुष्प अर्पित कर एवं दीप-दीपन कर कार्यक्रम की शुरूआत की।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ब्रह्मलीन स्वामी सत्यमित्रानन्द गिरिजी महाराज की मूर्ति बनाने वाले श्री नरेश भारद्वाज का सम्मान किया। इस अवसर पर एक पुस्तक का विमोचन भी अतिथियों के द्वारा किया गया।...////...