मुख्य पृष्ठ
देश
मध्यप्रदेश
इतिहास
रूपरेखा
मेले और त्यौहार
लोक नृत्य
लोक गीत
जानीमानी हस्तियां
संस्कृति
पर्यटन
खजुराहो
सांची
ओरछा
उज्जैन
मध्यप्रदेश क्यों
मध्यप्रदेश कैसे पहुँचे
वन
वन्य जीवन
स्कूल शिक्षा
मध्यप्रदेश गान
योजनाएं
दीनदयाल चलित अस्पताल योजना
बीमारी सहायता योजना
दीनदयाल चलित अस्पताल योजना
विक्रमादित्य निःशुल्क शिक्षा योजना
प्रतिभा किरण योजना
गांव की बेटी योजना
कपिलधारा योजना
राष्ट्रीय कृषि बीमा योजना
बलराम ताल योजना
खेत तालाब योजना
इंदिरा आवास योजना
स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना
राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी स्कीम
जननी सुरक्षा योजना
निःशुल्क सायकिल वितरण योजना
लाड़ली लक्ष्मी योजना
दीनदयाल अंत्योदय उपचार योजना
मुख्यमंत्री नाम की योजनाएं
मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना
मुख्यमंत्री पेयजल योजना
मुख्यमंत्री आवास योजना
मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना
मुख्यमंत्री पिछड़ा वर्ग स्व-रोजगार योजना
मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना
राष्ट्रीय योजनाएं
दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना
अटल पेंशन योजना
दीनदयाल अंत्योदय योजना
राज्य के अंग
मध्यप्रदेश के शासकीय विभाग
मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय
कमिश्नर एवं कलेक्टर
मध्यप्रदेश के मंत्री एवं राज्य मंत्री
मुख्य सचिव / अपर मुख्य सचिव / प्रमुख सचिव / सचिव
मध्यप्रदेश के जिले
अब तक
मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री
भारत के राष्ट्रपति
भारत के प्रधानमंत्री
मध्यप्रदेश के राज्यपाल
रोजगार
आलेख
सम्पर्क करें
archive
गोवा के कलाकारों ने लोक नृत्यों से कोंकणी संस्कृति से रूबरू करवाया
Admin author
India
28-Dec-2021 11:24 PM
3402
उदयपुर, 28 दिसम्बर (AGENCY) राजस्थान के उदयपुर में पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से आयोजित शिल्पग्राम उत्सव मेें आज कला प्रस्तुतियाँ हुई जिसमें गोवा के कलाकारों ने लोक नृत्यों से कोंकणी संस्कृति से रूबरू करवाया। उत्सव में बुधवार को आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत रंगोली व माण्डणा प्रतियोगिता का आयोजन किया जायेगा। उत्सव के दौरान मंगलवार को सभी सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दर्पण सभागार में हुई जिसमें गोवा से आयें कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियाँ दी। दोपहर में दर्शकों को कालबेलिया नृत्य की प्रस्तुति देखने को मिली जिसे दर्शकों ने भरपूर सराहा। कार्यक्रम में गुजरात के छाटा उदेपुर के राठवा आदिवासियों का राठवा नृत्य दर्शकों को खूब रास आया जिसमें कलाकारों द्वारा पिरामिड की रचना कर प्रस्तुति को मोहक बनाया गया। इस अवसर पर महाराष्ट्र का लेज़िम ने वहां की उत्सवी परंपरा को दर्शाया। उत्सव में ही दर्शकों को पौष मास में श्रावण माह में मेवाड़ अंचल में रमी जाने वाली गवरी देखने को मिली। कार्यक्रम में भील आदिवासियों ने बनजारा बनजारन के प्रसंग का मंचन किया। शाम को दर्पण सभागार में ही गोवा के कला एवं संस्कृति निदेशालय की ओर से उत्सव में कला प्रदर्शन करने आये दल ने सर्व प्रथम देखणी नृत्य प्रस्तुत किया जिसके साथ गाये जाने वाले गीत की धुन ने बॉबी फिल्म के गीत की याद ताजा करवा दी। कार्यक्रम में ही गोवा के धनगर समुदाय का धनगर नृत्य, कळशी फुगड़ी व कुणबी की प्रस्तुति जहां मोहक रही वहीं गोवा का गौफ नृत्य दर्शकों द्वारा काफी पसंद किया गया जिसमें कलाकारों ने ऊंचाई पर बंधी कपड़े की रंगीन पट्टिकाओं को लयकारी के साथ नर्तन करते हुए पहले गुंथा तथा बाद में उसे खोल कर उत्सवी माहौल बनाया।...////...
«
राजस्थान में बुधवार को कोरोना के 131 नये मामले सामने आए
किसान कल्याण एवं कृषि विकास
उच्च शिक्षा
»
गहलोत बच्चोंं से मिले
POST CATEGORY
देश
मुख्यमंत्री
जनसंपर्क मंत्री
मुख्य सचिव
नगरीय विकास
उच्च शिक्षा
स्कूल शिक्षा
पंचायत एवं ग्रामीण विकास
किसान कल्याण एवं कृषि विकास
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण
ऊर्जा
जॉब अलर्ट
चर्चा में
सामान्य ज्ञान
साक्षात्कार
एडमिशन
राजस्व
चुनाव संबंधी समाचार
आलेख
© 2025 - All Rights Reserved -
mpenews
|
Hosted by SysNano Infotech
|
Version Yellow Loop 24.12.01
|
Structured Data Test
|
^
^
×
ASPX:
POST
ALIAS:
gova-ke-kalaakaaron-ne-lok-nartyon-se-konkanee-samskarti-se-roobaroo-karavaayaa
FZF:
FZF
URL:
https://www.mpenews.com/gova-ke-kalaakaaron-ne-lok-nartyon-se-konkanee-samskarti-se-roobaroo-karavaayaa
PAGETOP:
ERROR: