05-Jan-2024 09:21 PM
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नयी दिल्ली, 5 जनवरी (संवाददाता) वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को देश के ऑटो उद्योग का आह्वान किया कि वह 2030 तक अपने कुल उत्पादित वाहनों का 50 प्रतिशत विदेशी बाजारों में बेचने का लक्ष्य रखे।
श्री गोयल यहां भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2024 के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि इस समय वाहन निर्यात का हिस्सा उत्पादन के 14 प्रतिशत के स्तार पर है। भारत से दुनिया के अन्य बाजारों में बाहन निर्यात में तेजी के बीच इस उद्योग का अनुमान है कि इस दशक के अंत तक देश में विनिर्मित एक चौथाई वहन विदेशों में बिक्री होंगे। उन्होंने वाहन उद्योग को निर्यात की हिस्से दरी 25 प्रतिशत करने के लक्ष्य को बढ़ा कर कम से कम 50 प्रतिशत करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि वैश्विक बाजार में भारतीय वाहन उद्योग का योगदान तेजी से बढ़ रहा है। अनुमान है कि 2030 तक भारत में उत्पादित सभी यात्री वाहनों में निर्यात किए जाने वाले वाहनों की हिस्सेदारी वर्तमान 14 प्रतिशत से बढ़कर लगभग 25 प्रतिशत हो जाएगी। इस दौरान भारत में उत्पादित लगभग 30 प्रतिशत दोपहिया वाहनों का निर्यात होने की उम्मीद है।
श्री गोयल ने वैश्विक बजारों के अपेक्षाकृत और बड़े हिस्से पर कब्जा करने की भारतीय कंपनियों की क्षमता पर जोर दिया।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने राजधानी में1-3 फरवरी तक लगने वाली विशाल वाहन उद्योग की इस प्रदर्शनी के प्रतीक और पुस्तिका का भी अनावरण किया।
उद्योग के जानकार लोगों के अनुसार इस आयोजन में 27 से अधिक प्रमुख वाहन निर्माता नए मॉडल और इलेक्ट्रिक वाहनों का अनावरण करने के लिए तैयार हैं।
एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, “अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू दोनों दिग्गज ऑटोमोटिव खिलाड़ी अपने इलेक्ट्रिक, हाइब्रिड, सीएनजी और जैव ईंधन से चलने वाले वाहनों का प्रदर्शन करेंगे।”
भारत में वर्ष 2023 के दौरान कार विनिर्माताओं ने आठ प्रतिशत से अधिक की वृद्धि के साथ 41 लाख यूनिट से अधिक की बिक्री की जो एक रिकार्ड है। भारत में यात्री वाहन बाजार का कारोबार सालाना 4.5 लाख करोड़ रुपये का है।...////...