06-Mar-2022 07:09 PM
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चेन्नई 06 मार्च (AGENCY) तमिलनाडु के उपनगर पोरूर में श्रीलंकाई तमिल शरणार्थियों के परिवार के पांच सदस्यों को जाली दस्तावेजों के आधार पर भारतीय पासपोर्ट हासिल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि एक गुप्त सूचना के आधार पर अवाडी के पुलिस आयुक्त संदीप राय राठौर ने पुलिस को जांच के आदेश दिए। जांच से पता चला कि ए. जेराल्ड क्लैगियस (49) नामक एक श्रीलंकाई नागरिक, जो अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ रह रहा था, ने फर्जी मतदाता पहचान पत्र और आधार कार्ड जमा करके भारतीय पासपोर्ट बनवा लिया था।
पूछताछ करने पर पता चला कि जेराल्ड और उसका परिवार वर्ष 2007 में श्रीलंका से चेन्नई आया और पोरूर में रह रहा था। उसने कबूल किया कि कनाडा में प्रवास करने के इरादे से उसने फर्जी दस्तावेज के आधार पर आधार कार्ड और पैन कार्ड बनवा लिया तथा इसके आधार पर उसने अपने बच्चों मैरी जेन्सिका, रेजिनोल्ड और मैरी सांचिका के लिए भारतीय पासपोर्ट हासिल कर लिया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को भी इन गिरफ्तारियों की सूचना दी गयी है। एनआईए ने लिबरेशन टाइगर्स तमिल ईलम (लिट्टे) को पुनर्जीवित करने के लिए धन जुटाने से संबंधित मामले की जांच के दौरान एक श्रीलंकाई महिला लेचुमानन मैरी फ्रांसिस्को (51) को हाल ही में गिरफ्तार किया है।
यह पता लगाने के लिए जांच की जा रही है कि क्या जेराल्ड परिवार का 27 जनवरी को पर्दाफाश किए गए गिरोह के साथ कोई संबंध है या नहीं। उस गिराेह पर लिट्टे के लिए धन जुटाने का आरोप है।
लेचुमानन मैरी फ़्रांसिस्को को हाल ही में चेन्नई हवाई अड्डे पर अव्रजन अधिकारियों ने हिरासत में लिया था। बाद में उसे ‘क्यू’ ब्रांच पुलिस को सौंप दिया गया, जिसने उसे गिरफ्तार कर लिया और हिरासत में भेज दिया।
लेचुमानन कई साल पहले कनाडा चली गई थी और वहां स्थायी निवासी बन गई थी। उसे चेन्नई हवाई अड्डे पर उस समय रोका गया, जब वह मुंबई रवाना होने के लिए विमान पर सवार होने वाली थी। अधिकारियों को पता चला कि उसने फर्जी दस्तावेज के आधार पर भारतीय पासपोर्ट बनवाया है, जिसके बाद उसे हवाई अड्डे पर रोका गया।
एनआईए द्वारा दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि उन्होंने लिट्टे के पूर्व सदस्यों या सहानुभूति रखने वालों के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से जुड़े चार अन्य लोगों को गिरफ्तार करने के लिए तलाश अभियान भी शुरू किया है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एनआईए को इसकी जांच करने का निर्देश दिया है।...////...