25-Jun-2022 11:56 PM
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श्रीनगर, 25 जून (AGENCY) जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकवादियों ने एक पुलिस अधिकारी की हत्या कर दी थी। इस घटना के कुछ दिनों बाद इसमें शामिल एक आतंकवादी को सुरक्षा बलों ने मार गिराया था। अब शनिवार को पुलिस ने तीन अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ कहा कि उन्होंने सब इंस्पेक्टर (एसआई) की हत्या के मामले को सुलझा लिया है।
गिरफ्तार हुए तीन आरोपियों में एसआई का एक रिश्तेदार भी है, जिसने कथित तौर पर आतंकवादियों के साथ मिलकर हत्या को अंजाम देने की साजिश रची थी।
पुलिस ने कहा कि एसआई फारूक मीर की हत्या में शामिल आरोपियों में से एक उनके चचेरे भाई का बेटा भी है।
18 जून को पुलवामा के संबूरा गांव के रहने वाले पुलिस सब इंस्पेक्टर फारूक अहमद मीर (48 वर्ष) की हत्या कर दी गई थी। उस वक्त वह ड्यूटी पर नहीं थे। इसके तीन दिन बाद यानि की 21 जून को प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकवादी पुलवामा जिले में हुई एक मुठभेड़ में मारे गए थे। पुलिस ने कहा कि मारे गए आतंकवादियों में से एक की पहचान माजिद नजीर के रूप में हुई है, जिसका पुलिस अधिकारी की हत्या के पीछे हाथ रहा है।
पुलिस ने शनिवार को बताया कि मामले की जांच के दौरान कई संदिग्धों को पूछताछ के लिए बुलाया गया था।
पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा, 'हालांकि, बाद में जिन तीन संदिग्धों की इस मामले में भूमिका साबित हुई थी, उन्हें तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया।'
पुलिस ने इनकी पहचान अरसलान बशीर, तवकीर मंजूर और ओवैस मुश्ताक के रूप में की है, ये सभी पंपोर के संबूरा गांव के रहने वाले हैं।
प्रवक्ता ने कहा, 'छानबीन के दौरान पता चला कि आरोपी ने माजिद नजीर वानी नामक एक आतंकवादी के साथ मिलकर आपराधिक साजिश रची थी। यह आतंकवादी अभी हाल ही में पुलवामा के तुज्जन इलाके में हुई मुठभेड़ में मारा जा चुका है। आरोपी ने हत्या को अंजाम तक पहुंचाने के लिए आतंकवादियों को निरंतर अपना समर्थन भी दिया था।'
उन्होंने कहा, 'हत्या में शामिल तीनों आरोपी शहीद एसआई फारूक अहमद के पड़ोसी हैं।'
पुलिस ने कहा कि उनके कब्जे से एक पिस्टल और गोला-बारूद बरामद किया गया है। आगे की जांच जारी है।...////...