कांग्रेस का काम जानना है तो शास्त्री जी को पढ़े-खड़गे
10-Sep-2024 12:14 AM 6377
नयी दिल्ली 09 सितंबर (संवाददाता) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को बिना नाम लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं पर हमला बोला और कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि पिछले 70 साल में देश में कुछ नहीं हुआ उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के उस बयान को पढ़ना चाहिए जो उन्हें देश की आजादी के बाद 10-15 वर्षों के दौरान हुए विकास के कार्यों को लेकर दिया था। श्री खड़गे ने आज यहां पूर्व गृहमंत्री एवं कांग्रेस के दिग्गज नेता सुशील कुमार शिंदे की पुस्तक फाइव डिकेड इन पॉलिटिक्स के विमोचन के मौके पर कहा कि श्री शास्त्री ने 1965 में तत्कालीन इलाहाबाद (अब प्रयागराज) के एक गांव में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था। उन्होंने कहा, "श्री शास्त्री ने कहा था कि पिछले 10-12 वर्षों में देश में जितने विकास के काम हुए हैं उतने अंग्रेजों के 200 साल के शासनकाल के दौरान नहीं हुए थे। देश में हवाई जहाज का निर्माण हो रहा है। गाड़ियां बन रही हैं। बांध बनाए जा रहे हैं। अस्पताल बन रहे हैं।" कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा "देश में आजादी के बाद की 10-15 वर्षों की अवधि के दौरान भाखड़ा नांगल जैसे बांध बनाए गए, जिससे देश अन्न उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भर बना। अस्पताल बना्ए गए। शैक्षिण संस्थाएं बनायी गयीं लेकिन कुछ नेताओं को ये सब दिखाई नहीं देता है।' उन्होंने श्री शिंदे को व्यवहार कुशल बताते हुए कहा कि श्री शिंदे खाकी से लेकर खादी का सफ़र अपने सरल स्वाभाव, कड़ी मेहनत और हँसमुख व्यवहार से तय किया। श्री शिंदे की पुस्तक फाइव डिकेड इन पॉलिटिक्स उनकी आत्मकथा है और इसके सह लेखक प्रसिद्ध पत्रकार राशीद किदवई और ये पुलिस अंग्रेस और हिंदी भाषा में उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि इस पुस्तक में एक अहम अध्याय उप राष्ट्रपति का चुनाव है। उन्होंने बताया, "कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने श्री शिंदे को उप राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाया था और यह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार भैरो सिंह शेखावत के खिलाफ चुनाव लड़े थे। श्री शिंदे के नाम का प्रस्ताव श्री शरद पवार ने किया जो खुद श्री शेखावत के करीबी मित्रो में थे।" उन्होंने बताया कि उपराष्ट्रपति चुनाव में श्री शेखावत जी 454 वोट मिले तो शिंदेजी को 305 वोट मिले। अब तक हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी उम्मीदवार के रूप में श्री शिंदे को ही सबसे ज्यादा वोट मिले हैं। उन्होंने कहा कि अपने लंबे राजनीतिक जीवन में श्री शिंदे ने कई भूमिकाएं निभाई। वे 2006 से 2012 के दौरान जब केंद्र में ऊर्जा मंत्री रहे, तो इस क्षेत्र में सुधारों और बदलाव के बहुत से काम हुए। महाराष्ट्र में लगातार 09 बजट पेश करने वाले वे एकमात्र नेता हैं। उन्होंने बताया कि पुस्तक में श्रीमती गांधी ने श्री शिंदे के लंबे राजनीतिक जीवन में मूलभूत मूल्यों, खास तौर पर धर्मनिरपेक्षता, सामाजिक न्याय, गरीब औऱ कमजोर तबकों के कल्याण और सशक्तीकरण के बारे में सराहना की है। उन्होंने कहा, "श्री शिंदे का व्यक्तित्व, हर हालात में मुस्कुराते रहना है जो सबको प्रभावित करता है। देश और महाराष्ट्र की राजनीति में हाल के दशको में काफी उथल पुथल हुई। तमाम अवसरवादी लोगों का चेहरा हम सबने देखा है पर शिंदेजी ने खुद को बाकियों से अलग रखा।" कांग्रेस अध्यक्ष ने इस मौके पर श्री शिंदे की प्रशंसा में एक कविता पढ़ी और कहा, "पसीने की स्याही से जो लिखते हैं इरादों को, उनके मुक्कदर के सफ़ेद पन्ने कभी कोरे नही होते…" उन्होंने कहा कि राजनीति में सेवानिवृत्ति की कोई उम्र नहीं होती है। राजनीति समाज सेवा के लिए की जानी चाहिए। इसलिए जब तक जियो राष्ट्रहित में, समाज हित में और गरीब तबके के कल्याण के लिए काम करो। उन्होंने देश और समाज के लिए श्री शिंदे के योगदान को लेकर एक कविता पढ़ी और कहा, 'काम करो ऐसा कि एक पहचान बन जाएँ, हर क़दम चलो ऐसा कि निशान बन जाएँ…यहाँ ज़िंदगी तो हर कोई काट लेता है, ज़िंदगी जिएँ इस क़दर कि एक मिसाल बन जाएँ।" इस मौके पर श्री शिंदे ने श्रीमती गांधी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने मुझे महाराष्ट्र का पहला दलित मुख्यमंत्री बनाया। इसके बाद मुझे राज्यपाल बनाया और फिर जब उन्हें मेरी जरूरत महसूस हुई तो उन्होंने मुझे केंद्र में फिर से मंत्री बनाया। उन्होंने कहा कि यह शायद इतिहास में पहला मौका था, जब किसी व्यक्ति को राज्यपाल बनाने के बाद केंद्र में मंत्री बनाया है। इस मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्गविजय सिंह और विजय धर ने अपने विचार व्यक्त किये। इन नेताओं ने श्री शिंदे व्यवहार कुशल बताते हुए कहा कि इनकी मुस्कान सबको कायल कर देती है।...////...
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