29-Jan-2022 08:48 PM
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बेंगलुरु, 29 जनवरी (AGENCY) कर्नाटक कांग्रेस के मुस्लिम चेहरा सी एम इब्राहिम के पार्टी में लोकतंत्र की कमी के कारण पार्टी छोड़ने की इच्छा व्यक्त करने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया ने शनिवार को विश्वास जताया कि श्री इब्राहिम जनता दल-सेक्युलर में शामिल नहीं होंगे।
श्री सिद्धारमैया ने यहां संवाददाताओं से कहा,“जब उनका गुस्सा खत्म हो जाएगा, तो मैं उनके पास जाऊंगा और उनसे बात करूंगा। मैं उन्हें जनता पार्टी के दिनों से जानता हूं। श्री इब्राहिम मेरे करीबी दोस्त हैं। मैं उन्हें जानता हूं। मैंने उन्हें समझता हूं। वह पार्टी नहीं छोड़ेंगे।”
गौरतलब है कि श्री इब्राहिम ने कर्नाटक विधान परिषद में नए विपक्षी नेता के रूप में बी के हरिप्रसाद की नियुक्ति पर निराशा व्यक्त की थी।
श्री सिद्धारमैया के करीबी सहयोगी श्री इब्राहिम ने 1996 में प्रधान मंत्री एच डी देवेगौड़ा के मंत्रिमंडल में नागरिक उड्डयन मंत्री और केंद्रीय पर्यटन मंत्री के रूप में कार्य किया था।
श्री इब्राहिम के अनुसार उन्होंने खनन माफिया के खिलाफ बल्लारी की पदयात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसने श्री सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री बनने में मदद की।
उन्होंने यह भी कहा कि वह सिद्धारमैया को बादामी निर्वाचन क्षेत्र में ले गए थे, क्योंकि वह जानते थे कि वह चामुंडेश्वरी निर्वाचन क्षेत्र में हार जाएंगे।
इससे पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने कहा कि वह श्री इब्राहिम से बात करेंगे और उन्हें पार्टी में बने रहने के लिए मनाएंगे, क्योंकि पार्टी को उनकी जरूरत है।
उन्होंने कहा कि जब श्री सिद्धारमैया मुख्यमंत्री थे, तब पार्टी ने उन्हें (इब्राहिम को) पर्याप्त सम्मान दिया था।
श्री शिवकुमार ने कहा कि पार्टी ने उन्हें मौजूदा विधायकों और कैबिनेट बर्थ की अनदेखी करते हुए पार्टी का टिकट दिया, जब वह चुनाव हार गए थे, तो पार्टी ने उन्हें दो बार एमएलसी (विधान पार्षद) बनाया।...////...