20-Mar-2022 07:30 PM
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नयी दिल्ली, 20 मार्च (AGENCY) आयकर विभाग ने पुणे की एक यूनिकॉर्न कंपनी के महाराष्ट्र और कम से कम चार अन्य राज्यों में 23 ठिकानों पर छापे मारकर बड़े पैमाने पर आय छुपाने, हवाला के जरिए लेनदेन और खातों में खोखा कंपनियों के माध्यम से सैंकड़ों करोड़ के खरीद-फरोख्त की फर्जी प्रवष्टियां किए जाने का मामला पकड़ा है।
यह कंपनी यूनिकॉर्न (एक अरब से अधिक डॉलर से अधिक की हैसियत रखने वाली) बतायी जा रही है और यह निर्माण सामग्री का थोक और खुदरा कारोबार करती है।
आयकर विभाग ने रविवार को एक बयान में कहा कि अबतक की कार्रवाई में एक करोड़ रुपए की बेहिसाब नकदी और 22 लाख रुपए के जेवरात जब्त किए गए हैं तथा आगे जांच चल रही है।
आयकर विभाग ने यह छापा नौ मार्च को मारा था और महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में 23 ठिकानों पर तलाशी ली गयी थी।
आयकर विभाग का कहना है कि अबतक की जांच से दिखा है कि कंपनी को मॉरिसस के रास्ते भारी पूंजी मिली है, उसे यह धन उसके शेयरों को असधारण रूप से ऊंचे दाम पर जारी करके प्राप्त किया गया है। इस जांच में मुंबई और ठाणे की कुछ खोखा कंपनियों का भी पता लगा है, जो केवल कागज पर चल रही थी और उनके जरिए फर्जी खरीद फरोख्त दिखायी जाती थी। विभाग ने कहा है कि प्रारंभिक जांच में इस कंपनियों के माध्यम से 1500 करोड़ रुपए से अधिक की दिखावे की प्रविष्टियां की गयी हैं। जांच में बेहिसाब नकद खर्चों का भी सबूत मिला है और 400 करोड़ रुपए की केवल दिखाने की प्रविष्टियां दर्ज की गयी हैं।
आयकर विभाग के कहा कि कंपनी के निर्देशकों ने सबूत दिखाए जाने पर शपथ पत्र के माध्यम से गलती स्वीकार की है और विभिन्न आंकलन वर्षों के लिए कुल 224 करोड़ रुपए के अतिरिक्त आय घोषित की है और उसपर कर देने की पेशकश की है।...////...