24-Feb-2022 08:42 PM
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मथुरा, 24 फरवरी (AGENCY) उत्तर प्रदेश में कान्हा की नगरी मथुरा के जिस भदावल गांव में श्रीकृष्ण का राधारानी से मिलन हुआ था, उस गांव को ‘खेल गांव’ के रूप में विकसित किया जायेगा।
हाकी के जादूगर मेजर ध्यानचन्द के बेटे और अर्जुुन पुरूस्कार से सम्मानित ओलम्पियन अशोक ध्यानचन्द के कुशल मार्गदर्शन में भदावल गांव को खेलगांव के रूप में विकसित करने का काम प्रारंभ हो गया। अशोक ध्यानचंद ने कहा कि खेल प्रतिभाआें को निखार कर उन्हें उचित मंच मुहैया कराने से जुड़ी गाजियाबाद की दो सामाजिक संस्थाओं, खेल शोध संस्थान आईएमटी और जयपुरिया शिक्षण संस्थान ने इस संकल्प की पूर्ति का काम बुधवार को प्रारंभ कर दिया।
उन्होंने कहा कि यह काम शुरु हाेने के साथ ही सकारात्मक शुरुआती परिणाम भी मिलने लगे हैं। उहोंने कहा कि इस पुनीत कार्य का पहला शुभ परिणाम यह मिला कि भदावल को खेल गांव के रूप विकसित करने का कार्य जब प्रारंभ हुआ तब गांव के प्रधान नरोत्तम पाण्डे और पराजित प्रधान मुरारी पाण्डे ने आपसी मतभेद भूलकर इस गांव के विकास में योगदान देने की मंच से घोषणा की। दोनों ग्राम प्रतिनिधियों ने जयपुरिया ग्रुप द्वारा इस गांव को खेल गांव के रूप में विकसित करने में पूरा योगदान देने का संकल्प लिया।
ध्यानचन्द ने कहा कि गांवों में भी प्रतिभाओं की कमी नहीं है, किंतु अवसर न मिलने के कारण ये प्रतिभाएं आगे नहीं बढ़ पाती हैं। उन्होंने कहा कि आईएमटी गाजियाबाद ने आदर्श गांव के अपने अनुभव को साझा कर जयपुरिया संसथान ने इस गांव की प्रतिभाओं को आगे लाने का सराहनीय शुरुआत की है। इससे भदावल गांव की खेल प्रतिभाओं को उचित मंच मिलेगा।
इस अवसर पर अंतरराष्ट्रीय हैंडबॉल खिलाड़ी नवीन कुमार पूनिया ने कहा कि जिस प्रकार से रस्साकसी प्रतियोगिता में गांव के बच्चों ने प्रदर्शन किया है उससे कहा जा सकता है कि इस गांव में खेल की प्रतिभाएं हैं और वे आगे कीर्तिमान स्थापित भी करेंगी।
इस अवसर पर जयपुरिया स्कूल की निदेशक मंजू राणा ने इस गांव की खेल प्रतिभाओं की शिक्षा और आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी उनके स्कूल द्वारा लेेने की घोषणा की। खेल अनुसंधान केन्द्र, आईएमटी गाजियाबाद के अध्यक्ष डा कनिष्क पाण्डे ने बताया कि शोध में यह पता चला है कि खेल मानव के जीवन में मूल्यों के विकास करने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। पाण्डे ने कान्हा की नगरी के इस गांव को खेल गांव के रूप में विकसित करने के आयोजकों के प्रयास की सराहना। उन्हाेंने दावा किया कि सामाजिक प्रयास से किसी गांव को खेल गांव के रूप में विकसित करने का यह दूसरा प्रयास होगा।...////...