14-Feb-2022 09:17 PM
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नयी दिल्ली, 14 फरवरी (AGENCY) केरल के एक टीवी समाचर-चैनल मीडियावन न्यूज के लाइसेंस के नवीनीकरण का आवेदन खरिज किए जाने का 40 से अधिक राजनीतिज्ञों, पत्रकारों, लेखकों और सामाजिक कार्यक्रताओं ने विरोध किया है।
सोमवार को जारी एक संयुक्त बयान में उन्होंने कहा है कि मलयालम भाषा के उपरोक्त चैलन को 30 सितंबर 2011 को दस वर्ष के लिए लाइसेंस दिया गया था। लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा की चिंता को लेकर गृहमंत्रालय की सिफारिश पर सूचना प्रसारण मंत्रायल ने इस चैलन के अपलिंकिंग एवं डाउनलिंकिंग लाइसेंस को बिना कारण बताए गत 31 जनवरी को रद्द कर दिया है। बयान में कहा गया है कि गृहमंत्रालय की सिफारिश में राष्ट्रीय सुरक्षा की चिंता का कोई कारण स्पष्ट नहीं किया गया है।
बयान में सरकार की इस कार्रवाई को संविधान में प्रदत्त अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकारों और नैसर्गिक न्याय के सिद्धांतों के विरुद्ध बताया है। बयान मेें कहा गया है कि फरवरी 2020 में दिल्ली में हुई हिंसा के कवरेज का हवाला देते हुए उस साल एशियानेट न्यूज के साथ ही मीडियावन न्यूज के प्रसारण को भी 48 घंटे के लिए निलंबित किया था।
बयान में कहा गया है कि सरकार को आलोचनाओं को दबाने के लिए शक्तियों का दुरुपयोग करने की छूट नहीं दी जा सकती। बयान पर एन राम, आकार पटेल, सांसद बदरुद्दीन अजमल, मौलाना मोहम्मद मदनी , प्रो़ राम पुनियानी, सांसद कणिमोझी, सांसद दिग्विजय सिंह , सांसद जान बिट्टास जान दयाल, प्रो ए मार्क्स और मोहम्मद सलमान इम्तियाज सहित 40 लोगों के नाम हैं।...////...