19-May-2022 10:57 PM
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गुरुग्राम,19 मई (AGENCY) हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि मारुति हरियाणा से अलग नहीं है तथा गुड़गांव के बाद इसने खरखौदा को अपने नये संयंत्र के लिये चुना है, जहां लगभग 20 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।
श्री खट्टर और मारुति लि के अध्यक्ष आर. सी. भार्गव की मौजूदगी में हरियाणा सरकार तथा मारुति और सुजुकी टू व्हीलर इंडिया के अधिकारियों के बीच खरखौदा में क्रमश: 800 और 100 एकड़ भूमि हस्तांतरित करने को लेकर हस्ताक्षर हुये। इस के बाद मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि मारुति हरियाणा से अलग नहीं है। श्री भार्गव ने भी श्री खट्टर की बात का समर्थन करते हुये मारुति हरियाणा में थी, है और रहेगी। उन्होंने राज्य की औद्योगिक नीतियों और निवेश मैत्री परिवेश की सराहना करते हुये कहा कि बेहतर माहौल के चलते मारुति ने अपना नया संयंत्र लगाने के लिए खरखौदा में भूमि का चयन किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सोनीपत के खरखौदा में 3200 एकड़ में विकसित की जा रही आईएमटी में मारुति सुज़ुकी इंडिया लिमिटेड और सुज़ुकी टू व्हीलर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को 900 एकड़ जमीन देने के साथ ही छोटी औद्योगिक इकाइयों को भी 1000 प्लॉट दिए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में एन्हॉसमेंट नीति में बड़ा बदलाव करते हुए प्लाट धारकों को राहत देने का कार्य किया है। राज्य सरकार ने एन्हॉसमेंट शुल्क की सीमा निर्धारित की है। सम्भावित शुल्क से ज्यादा राशि सरकार द्वारा वहन की जाएगी। इसी कड़ी में सरकार ने औद्योगिक इकाइयों को 15 हजार करोड़ रुपये कीमत के प्लॉट नीलामी के माध्यम से बेचे हैं।
एक अन्य सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बेरोजगारी दर कम करने और युवाओं को स्वरोजगार के उद्यम स्थापित कराने गम्भीरता से प्रयास कर रही है। आज राज्य में एमएसएमई के माध्यम से करीब 1900 प्लाट उपलब्ध कराए गए हैं जिनमें छह से सात करोड़ रुपये का निवेश हुआ है।
श्री खट्टर ने कहा कि प्लांट के स्थापित होने से 13 हजार लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। संयंत्र के लिए 2400 करोड़ की जमीन ली गई है तथा 20 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश किया जाना है।
कार्यक्रम में उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, मारुति कार्यकारी उपाध्यक्ष केनिची आयुकावा, प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हिसाशी टैक्योची, सांसद सुनीता दुग्गल, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डी. एस. ढेसी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी. उमाशंकर, उद्योग विभाग के प्रधान सचिव विजेंद्र कुमार, हरियाणा राज्य औद्योगिक अवसंरचना विकास निगम के प्रबंध निदेशक विकास गुप्ता तथा अधिकारी मौजूद थे।...////...