05-Apr-2022 08:08 PM
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लखनऊ 05 अप्रैल (AGENCY) छोटे पर्दे पर नृत्य और अभिनय के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके फैजल खान को खुद के खोने का डर सताता है।
सोनी सब पर धारावाहिक धर्म योद्धा गरूड़ के प्रमोशन के सिलसिले में नवाब नगरी आये फैजल ने यूनीवार्ता से बातचीत में कहा “ खतरों के खिलाड़ी में काम करना मेरे जीवन का सर्वश्रेष्ठ अनुभव था। उस समय मैं 18 साल का था। मैने रियलिटी शो का भरपूर आनंद लिया। ”
फैजल ने कहा कि “ मुझे चुनौतीपूर्ण काम करने में मजा आता है लेकिन अगर डर की बात की जाये तो मुझे खुद के खोने से डर लगता है। कभी कभी इंसान अवसाद में चला जाता है। मनोरंजन की दुनिया में रह कर भी वह खुशी महसूस नहीं कर पाता। यह एक तरह से मेरे लिये खोने जैसा है। एक कलाकार की जिंदगी में ऐसी चीजे आती हैं क्योंकि वह अपने किरदार को निभाने के लिये अलग अलग चीजें करता रहता है। वह हमेशा ही दूसरे स्टारडम में रहता है।
अपने तर्क को पुख्ता करने के लिये उन्होने फिल्म अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दिकी का उदाहरण देते हुये कहा “ नवाज सर फिल्म अथवा वेब सीरीज करते समय अपने किरदार में इतना उलझ जाते हैं कि उससे निकलने के लिये उन्हे काफी मेहनत करनी पड़ती है। ”
फैजल ने कहा “ मेरा ध्यान फिलहाल फिल्मो से बिल्कुल हटा हुआ है,यह बात अलग है कि मैं पढ़ना चाहता हूं मगर मैं नहीं चाहता कि मै कहीं पर भी कुछ ऐसी चीज करूं जिससे मैं फंस जाऊं। मैं चाहता हूं कि जिस जंगल में मैं हूं,वहां का मैं राजा बन कर रहूं। मैं टीवी में हूं और इसका पूरा लुफ्त उठाता हूं। हालांकि अगर कोई ऐसा प्रोजेक्ट आता है जिसमें मुझे लगता है कि इससे मेरा करियर बन सकता है तो मैं जरूर करूंगा। ”
धर्मयोद्धा गरूड़ में मुख्य किरदार निभा रहे फैजल ने कहा कि साढ़े सात किलो का परिधान और 12 किलो के पंख लगाने के बावजूद उन्हे गरूड़ का किरदार निभाने में मजा आ रहा है। इससे पहले महाराणा प्रताप की जीवन पर बने धारावाहिक में काम करने के अनुभव का लाभ उन्हे इस सीरियल में मिल रहा है। उनकी हिन्दी बाेलने का तरीका और बाडी लैंग्वेज में काफी सुधार आया है।
उन्होने कहा कि इससे पहले वह डांस इंडिया डांस के जरिये नृत्य में अपनी प्रतिभा का परिचय दे चुके हैं हालांकि अब उन्हे सिगिंग में मौका मिलने का इंतजार है।...////...