कियारा आडवाणी का समर्पण भावना और अनुशासन काबिल-ए-तारीफ था : निकोल लिंहारेस केडिया
25-May-2025 05:22 PM 7863
मुंबई, 25 मई (संवाददाता) सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट निकोल लिंहारेस केडिया का कहना है कि फिल्म वॉर 2 के लिये कियारा आडवाणी का समर्पण भावना और अनुशासन काबिल-ए-तारीफ था।निकोल लिंहारेस केडिया ने हाल ही में फिल्म वॉर 2 के लिये कियारा आडवाणी के साथ काम करने के अनुभव को साझा किया। वॉर 2 में कियारा का पहला बिकिनी सीन था और वह इस पल के लिए अपने जीवन के सर्वश्रेष्ठ शेप में आना चाहती थीं। उन्हें पता था कि यह पल सिर्फ शारीरिक नहीं, बल्कि भावनात्मक रूप से भी बेहद महत्वपूर्ण होगा। लेकिन उनके लिए कभी भी कोई शॉर्टकट या जल्दी-जल्दी वजन कम करने वाली तरकीबें विकल्प नहीं थीं।निकोल, जिन्होंने इस पूरे ट्रांसफॉर्मेशन की अगुवाई की। उन्होंने कहा कि कियारा स्पष्ट और समर्पित थीं। वह कोई क्रैश डाइट या फास्ट रिजल्ट नहीं चाहती थीं। उनका फोकस एक ऐसे तरीके पर था जो टिकाऊ हो, संपूर्ण हो और जिससे वह खुद को मजबूत महसूस करें।कियारा, जिन्हें घर के बने खाने से बहुत प्यार है, को अपने भोजन के तरीके में पूरी तरह बदलाव नहीं करना पड़ा, लेकिन हर चीज में सटीकता बेहद ज़रूरी बन गई। ट्रांसफॉर्मेशन का फोकस उनके मैक्रोज़ को बैलेंस करना, प्रोटीन की मात्रा बढ़ाना और लगातार कैलोरी डेफिसिट बनाए रखना था। हर छोटी बात मायने रखती थी।निकोल ने बताया, हमारा लक्ष्य था बॉडी फैट को कम करते हुए लीन मसल्स बनाना और टोन करना। हमने उनके पसंदीदा खाने को हटाया नहीं, बल्कि उसे इस लक्ष्य के अनुसार ऑप्टिमाइज़ किया।शूटिंग और ट्रेनिंग साथ-साथ चल रही थी, इसलिए रिकवरी बहुत जरूरी था, और इसके लिए एक मजबूत स्लीप-वेक रूटीन बनाना जरूरी था। वह रात 8 बजे तक सोने चली जाती थीं। उनका समर्पण और अनुशासन वाकई प्रशंसनीय था। उनके फूड प्लान में प्रोटीन इनटेक, फाइबर बैलेंस, रेजिस्टेंस ट्रेनिंग और कार्डियो सब कुछ इस तरह प्लान किया गया था कि वह न सिर्फ स्कल्प्टेड दिखें, बल्कि उनकी बॉडी फंक्शनल भी रहे।उनका डेली डाइट प्लान आराम और प्रदर्शन दोनों का संतुलन लेकर आता था।लक्ष्य साफ था फैट लॉस और मसल टोनिंग। हमने हाई प्रोटीन और पर्याप्त फाइबर पर जोर दिया… जिससे उन्हें एक टोंड और एनर्जेटिक लुक मिला, जो लंबे वर्किंग आर्स में भी मेंटेन रहा।निकोल ने बताया,जब बिकिनी सीन की तैयारी का समय आया, हर छोटी चीज़ प्लान की गई। हमने कुछ भी एक्सट्रीम नहीं किया ,ना ही कोई ड्रास्टिक कटिंग, ना ही वॉटर डिप्लीशन।यह जर्नी सिर्फ फिजिकल ट्रांसफॉर्मेशन की नहीं थी।यह भरोसे, अनुशासन और साझा उद्देश्य की थीकियारा पूरी तरह से समर्पित थीं। वह शॉर्टकट्स में विश्वास नहीं रखतीं और हर दिन अपने लिए हाज़िर रहती थीं।उसने सिर्फ एक किरदार की तैयारी नहीं की। उसने उस किरदार को जिया। और हमने मिलकर एक जिंदगी भर की याद बनाई।...////...
© 2025 - All Rights Reserved - mpenews | Hosted by SysNano Infotech | Version Yellow Loop 24.12.01 | Structured Data Test | ^