18-Mar-2022 08:43 PM
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बेंगलुरु 18 मार्च (AGENCY) कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि कोरोना के कारण लागत बढ़ गई जिसके कारण कई सरकारी कार्यक्रमों को बंद करना पड़ा और बजट बनाना बेहद चुनौतीपूर्ण हो गयी।
श्री बोम्मई ने शुक्रवार को बजट भाषण पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि जब बजट की बात आई तो मुझे चिंता थी। मैंने एक परीक्षण के रूप में बजट बनाने के बारे में सोचा। बजट परीक्षा अच्छा था। आर्थिक तंगी के कारण कई सरकारी कार्यक्रमों को बंद करना पड़ा। कोविड के कारण लागत बढ़ गई है लेकिन मुश्किलों के बीच भी विकास कार्य बंद नहीं किये गये हैं।
श्री बोम्मई ने कहा कि बजट के आकार को कम किए बिना संसाधन जुटाने पर ध्यान केंद्रित किया गया था। उन्होंने याद किया कि जब आय घट रही थी तब उन्होंने पदग्रहण किया था। यह एक भ्रम है कि यह अमीरों द्वारा विकसित किया गया है। दरअसल, राज्य की अर्थव्यवस्था के नेता मजदूर और किसान हैं।
उन्होंने कहा,“मैं वह हूं जो पूंजी की आवश्यकता से सहमत हूं। लेकिन यह सोचकर कि राज्य में व्यापक आर्थिक परिवर्तन कौन करेगा। यह सोचकर ही 2022-23 का बजट पेश किया गया है।”
सदस्य अरविंद अरली ने फर्जी बस टिकट के बारे में सवाल पूछा। उन्होंने कहा कि कोप्पल यूनिट की बसों में फर्जी टिकट बांटे गए। बस टिकट की कीमत बीदर में 60 लाख रुपये, कोप्पल में 36 लाख रुपये है। उन्होंने खेद व्यक्त किया कि अनियमितताओं का भुगतान नहीं किया गया।
सदस्य प्रकाश राठौड़ के यह पूछे जाने पर कि क्या निलंबित केएसआरटीसी 281 कर्मचारियों को काम पर वापस ले लिया गया है, इस सवाल का जवाब देते हुए मंत्री श्रीरामुलु ने कहा, “सभी निलंबित व्यक्तियों को काम पर वापस ले लिया गया है। 1,505 लोग ऐसे हैं जिन्हें बर्खास्त कर दिया गया है। हम उन्हें मानवीय दृष्टिकोण से भी लेते हैं। लेकिन, कानून के मुताबिक लोक अदालत में जरूर जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि विस्थापितों को भर्ती कर लिया गया है।...////...