12-May-2022 07:56 PM
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ईटानगर 12 मई (AGENCY) लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने निर्णय लेने की प्रक्रिया में लोगों की सहभागिता बढाये जाने तथा लोकतांत्रिक संस्थाओं को और संवेदनशील बनाये जाने की जरूरत पर बल देते हुए गुरुवार को कहा कि ऐसा करने से लोकतांत्रिक संस्थाओं में लोगों का भरोसा मजबूत होगा।
यहां अरुणाचल प्रदेश विधानसभा में दोरजी खांडू सभागार में राष्ट्रमंडल संसदीय संघ(सीपीए) के भारतीय क्षेत्रीय ज़ोन की तीसरी बैठक को सम्बोधित करते हुए श्री बिरला ने कहा “ आज हमारे लोकतंत्र के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि किस तरह से पूरी क्षमता के साथ सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक और विधिक माहौल तैयार किया जाए कि समाज का हर हिस्सा शासन प्रक्रिया में भागीदारी कर पाये। लोग संसद, विधानसभा और पंचायतों का हिस्सा बनें। हमारा ध्यान मुख्य रूप से निर्णय लेने की प्रक्रिया में लोगों की भागीदारी बढ़ाने पर साथ ही इन संस्थाओं को लोगों की परेशानियों के प्रति और संवेदनशील बनाने पर होना चाहिए ताकि लोगों का लोकतांत्रिक संस्थाओं में भररोसा और मजबूत हो सके।
देश के पूर्वोत्तर हिस्से की बात करते हुए श्री बिरला ने कहा कि इस क्षेत्र की अलग तरह की राजनीतिक और भौगोलिक स्थिति के कारण इसकी विकास यात्रा भी बहुत चुनौतीपूर्ण रही। इतना विकास होने के बावजूद अब भी अधसंरचना, शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, संपर्क और कई अन्य कारणों से बहुत कुछ होना बाकी है। हमें इन सभी क्षेत्रों का भी पर्याप्त विकास करना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र द्वारा इस क्षेत्र के विकास के लिए दिये जा रहे मुख्य ध्यान को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा “ हमें यह सोचना होगा कि इस क्षेत्र में विकासीय योजनाओं लोगों की भागीदारी और सहयोग को कैसे बढ़ाया जाए कि यहां की नृजातीय विरासत, पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों को बनाये रखते हुए स्थानीय लोगों को रोजगार कैसे मिले और किस तरह से इस क्षेत्र की समृद्धि सुनिश्चित की जाए।...////...