मौनी अमावस्या पर दो करोड़ ने लगायी आस्था की डुबकी
01-Feb-2022 11:54 PM 6597
लखनऊ, 01 फरवरी (AGENCY) मौनी अमावस्या के पावन पर्व पर उत्तर प्रदेश मंगलवार को सारा दिन आस्था का समंदर हिलाेरें मारता दिखा और इस दौरान संगम नगरी प्रयागराज और धार्मिक नगरी वाराणसी समेत राज्य के अलग अलग क्षेत्रों में दो करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र नदियों और सरोवरों में आस्था की डुबकी लगायी और दान पुण्य कर परिवार की सुख समृद्धि की कामना की। प्रयागराज,वाराणसी,सुलतानपुर,जौनपुर,गढ मुक्तेश्वर,अयोध्या और मथुरा समेत लगभग समूचे प्रदेश में ब्रह्म मुहुर्त से ही स्नानार्थियों का रेला स्नान के लिये निकल पड़ा था। कड़कड़ाती ठंड की परवाह किये बगैर श्रद्धालुओं ने हर हर महादेव के उदघोष के साथ डुबकी लगायी और विधिविधान से पूजन अर्चन कर दान आदि किया। सिर्फ प्रयागराज में ही करीब एक करोड़ स्नानार्थियों ने पावन संगम में डुबकी लगायी। माघ मेला के तीसरे सबसे बड़े स्नान पर्व पर शाम छह बजे तक 97 लाख से अधिक श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके थे। संगम तट पर दूधिया रोशनी के बीच श्रद्धालुओं ने तड़के घने कोहरे के बीच स्नान शुरू कर दिया था। शीत लहर का झाेंका भी श्रद्धालुओं की आस्था को डिगा नहीं पाया। देश के अलग अलग कोनो से आये बच्चे, युवा और बुजुर्गों के समूह कोरोना संक्रमण के डर और अव्यवस्था की चिंता किए बिना माघ मेला क्षेत्र में पहुंचे। संगम में स्नान करते समय समय बडी संख्या में श्रद्धालु मौन रहे तो कुछ हर-हर महादेव, जै गंगे, और ओम नम: शिवाय का जप करते रहे। आस्था की मौन डुबकी लगाने के बाद श्रद्धालुओं ने मां गंगा का विधिविधान से पूजन किया एवं उनको दुग्ध अर्पित किया। सूर्य देव को जल देते हुए परिवार की सुख, समृद्धि एवं स्वास्थ्य रहने की कामना किया। मेला में श्रद्धालु ऊंच-नीच, अमीर-गरीब और स्वस्थ्य- रूग्ण की दीवार ढहा एक साथ त्रिवेणी में डुबकी लगाई। इससे पहले सोमवार को भी मौनी अमावस्या के अंश को मानते हुए रात 12 बजे तक 50 लाख लोगों ने संगम स्नान किया। सोमवार से लेकर मंगलवार देर शाम तक करीब एक करोड़ 50 लाख श्रद्धालु त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। मेला क्षेत्र में यात्रियों को लाने और उनको छोडने के लिए ढाई हजार स्पेशल बसें चलायी गयी। सिविल लाइंस बस अड्डा समेत झूंसी एवं नैनी में अस्थायी बस अड्डा भी बनाया गया है, जहां से विशेष बसों का संचालन किया गया। सुलतानपुर जिले में आदिगंगा गोमती के तट पर प्रसिद्ध तीर्थ स्थल ‘धोपाप’ में मौनी अमावस्या के पावन स्नानपर्व पर आज भोर से ही लाखो की संख्या में श्रद्धालुओं ने स्नान किया। सुलतानपुर के सीताकुण्ड घाट पर भी श्रद्धालुओ ने डुबकी लगाई। मान्यता है कि त्रेता युग में भगवान राम के आगमन से चर्चित हुए धोपाप में स्नान के जरिए पापो से मुक्ति व् पुण्यो का अर्जन केवल धोपाप में ही संभव है।...////...
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