17-May-2024 06:14 PM
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श्रीनगर, 17 मई (संवाददाता) कश्मीर के प्रमुख मौलवी और हुर्रियत अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक को यहां लगातार तीसरी बार जामिया मस्जिद में शुक्रवार की नमाज अदा करने से रोक दिया गया।
ऐतिहासिक मस्जिद की प्रबंध समिति अंजुमन औकाफ जामा मस्जिद ने एक बयान में कहा कि तीन मई से घर में नजरबंद रखे गए मीरवाइज को फिर से जामिया मस्जिद में तकरीर करने और नमाज अदा करने की अनुमति लगातार तीसरे शुक्रवार को भी नहीं दी गई।
इस बीच, आज जामिया मस्जिद ने मीरवाइज मौलवी मोहम्मद फारूक की बरसी मनाने के लिए मजलिस-ए-कुरान ख्वानी और किरात प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें घाटी के 30 से अधिक विभिन्न मदरसों के छात्र शामिल हुए। अंजुमन ने कहा कि इमाम अहमद सैयद नक्शबंदी की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में सैकड़ों लोग शामिल हुए।
मौलाना नक्शबंदी ने कहा, “हाल के दिनों में शहीद-ए-मिल्लत जैसा कोई बेेबाक, साहसी और दयालु नेता सामने नहीं आया है और भविष्य में भी ऐसे नेता की कोई उम्मीद नहीं है। उनकी अनुपस्थिति हर स्तर पर महसूस की जाती है।”
उन्होंने कहा कि मीरवाइज मोहम्मद फारूक की 21 मई, 1990 को श्रीनगर में उनके निगीन आवास के अंदर हत्या कर दी गई थी। यह हत्या उस समय कश्मीर में पहली बड़ी राजनीतिक हत्या थी।
मौलाना नक्शबंदी ने मीरवाइज उमर की लगातार नजरबंदी पर भी चिंता व्यक्त की और कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन्हें अपने पिता को याद करने और उनके लिए प्रार्थना करने के लिए इस समारोह में भी भाग लेने की अनुमति नहीं दी गई।...////...