13-Jun-2023 11:30 PM
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नयी दिल्ली 13 जून (संवाददाता) राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने मंगलवार को कहा कि बड़े महत्व के कार्यो और नए उभरते क्षेत्रों के लिए आवश्यक प्रौद्योगिकी पर भारत-अमेरिका पहल (आईसीईटी) भारत-अमेरिका द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बनेगी।
श्री डोभाल भारत और अमेरिका के बीच महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के विषय में यहां उद्योगमंडल सीआईआई द्वारा आयोजित एक गोलमेज सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। संबंध आगे ले जाने के विषय में गोलमेज सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस संबंध में दोनों देश सही दिशा में चल रहे हैं और कुछ क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है।
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा,“ हम भारत-अमेरिका क्वांटम कोऑर्डिनेशन मैकेनिज्म चालू कर चुके हैं, सेमी-कंडक्टर पर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं, टेलीकॉम पर सार्वजनिक निजी संवाद, सरकार, उद्योग और शिक्षा से जुड़े हितधारकों को ओपन आरएएन, 5जी और 6जी में आगे खुला सहयोग करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कदम बढ़ाए जा चुके हैं।बायोटेक पर विस्तृत बातचीत हो रही है, एआई पर महत्वपूर्ण आदान-प्रदान हुआ है, और रक्षा और अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग में सहयोग की योजना पर प्रगति सकारात्मक है।”
श्री डोभाल ने आशा जतायी है कि निकट भविष्य में अधिक विशिष्ट और ठोस परिणाम प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि आईसीईटी में उद्योग, व्यवसायों, वैज्ञानिकों, अनुसंधान विद्वानों और संस्थानों द्वारा दिखाई गई रुचि उत्साहजनक है।
इस चर्चा में अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के अध्यक्ष के सहायक जेक सुलिवान ने कहा कि आईसीईटी सिर्फ तकनीक ही नहीं उससे आगे की बात है, यह लोगों से लोगों के बीच संबंधों के बारे में है। इसका उद्येश्य हमारी आबादी के कौशल का निर्माण, आपसी विश्वास और विश्वास का निर्माण समाजों और सरकारों,और हमारे रक्षा सहयोग का इस तहर से विस्तार करना है ताकि उससे हमें रणनीतिक और आर्थिक रूप से मदद मिले। उन्होंने कहा कि उद्योग इस पहल के लिए शक्ति और प्रणोदन प्रदान कर रहा है।
भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा कि भारत और अमेरिका के संबंधों की नींव मजबूत है। आईसीईटी के दृष्टिकोण को मानवीय दृष्टि से आगे बढ़ाने के लिए हमें ऐसी तकनीक की आवश्यकता है जो लोगों को जोड़ती है, उनकी रक्षा करती है और उन्हें ठीक करती है।
सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा कि आईसीईटी का शुभारंभ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए दोनों देशों की मजबूत प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है। उन्होंने सीआईआई के तहत आईसीईटी के कार्यान्वयन के लिए एक कोर ग्रुप की स्थापना का सुझाव दिया जो अमेरिकी समकक्षों के साथ काम करेगा।...////...