21-May-2024 05:58 PM
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श्रीनगर, 21 मई (संवाददाता) जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी वैचारिक आधार पर इंडिया समूह का हिस्सा बनी रहेगी।
सुश्री महबूबा ने राजौरी शहर में संवाददाताओं से कहा, “पीडीपी वैचारिक आधार पर इंडिया समूह का समर्थन करती है क्योंकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी एकमात्र नेता हैं जो संविधान की रक्षा के लिए काम कर रहे हैं। पीडीपी वैचारिक आधार पर इंडिया समूह का हिस्सा बनी हुई है और संविधान की रक्षा की जरूरत पर उससे सहमत है।”
पूर्व मुख्यमंत्री अनंतनाग-राजौरी संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव चुनाव लड़ रही हैं। यहां लोकसभा चुनाव के छठे चरण 25 मई को मतदान होगा।
पीडीपी ने श्रीनगर, बारामूला और अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीटों पर गठबंधन के सदस्य नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के खिलाफ पार्टी के उम्मीदवारों को मैदान में उतारने के बावजूद इंडिया समूह को समर्थन करना जारी रखा है।
नेकां ने कांग्रेस के साथ समझौता करने के बाद श्रीनगर, बारामूला और अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीटों पर तीन उम्मीदवार खड़े किए हैं, कांग्रेस ने जम्मू, उधमपुर और लद्दाख में अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं। हालाँकि, पीडीपी को कोई सीट नहीं दी गई और पार्टी ने बाद में जम्मू क्षेत्र में कांग्रेस को अपना समर्थन देते हुए घाटी की सीटों पर नेकां के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला किया।
सुश्री महबूबा ने कहा “संविधान हमारे देश की नींव है और हमें इसकी रक्षा की सख्त जरूरत है, अन्यथा हमारे पास कोई अधिकार नहीं बचेगा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) न केवल संविधान बदलना चाहती हैं, बल्कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग का आरक्षण भी खत्म करना चाहती हैं।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस दावे पर कि सुश्री मुफ्ती ने अपनी चुनावी रैलियों में कभी भी अल्पसंख्यकों के खिलाफ एक शब्द भी नहीं बोला। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “वह यू-टर्न ले सकते हैं क्योंकि वह प्रधानमंत्री हैं... वास्तविकता यह है कि भाजपा अब यह महसूस करने लगी है कि उनका 400 से अधिक सीटों का लक्ष्य हासिल करने का सपना टूट रहा है और उनके हिंदू-मुस्लिम का कथन मतदाताओं के बीच कोई असर नहीं डाल पा रहा है।”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का घोषणापत्र जिसमें युवाओं के लिए रोजगार सृजन करने और महिला सशक्तिकरण की बात कही गयी है, इसने भाजपा में भय का माहौल बना दिया है।
पीडीपी अध्यक्ष ने नेकां या अपनी पार्टी का नाम लिए बिना आरोप लगाया कि राजौरी में दो पार्टियों में डर का माहौल व्यापत है, जिनमें से एक ने 'फतवा' (फरमान) जारी किया है कि जो वोट उन्हें नहीं देंगे नरक उन लोगों का इंतजार कर रहा है। विशेष उम्मीदवार, जबकि दूसरा मतदाताओं को ब्लैकमेल करने के लिए आधिकारिक मशीनरी का उपयोग कर रहा है।
उन्होंने अपनी पार्टी का जिक्र करते हुए कहा, “यह लोगों को ब्लैकमेल करने के लिए भाजपा की आड़ ले रही है और अधिकारियों को फोन कर उन्हें तबादले की धमकी दे रही है।”
उन्होंने कहा, “भाजपा अच्छी तरह से जानती है कि जिन पार्टियों का वह समर्थन कर रही है, वे कश्मीर में अपनी जमानत जब्त करा लेंगी। उनका एकमात्र उद्देश्य सुश्री महबूबा को संसद से दूर रखना है।”
पीडीपी अध्यक्ष ने यह भी कहा कि उनके पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद द्वारा जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में किए गए सभी विकास कार्यों को खत्म किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की हाल की दो दिवसीय कश्मीर यात्रा ने घाटी में चिंताएं बढ़ा दी हैं क्योंकि लोगों को 1987 की पुनरावृत्ति का डर सताने लगा है जब एक विशेष पार्टी को लाभ पहुंचाने के लिए बड़े पैमाने पर धांधली हुई थी।
उन्होंने आरोप लगाया कि दक्षिण कश्मीर में हाल ही में हुए दो आतंकवादी हमले अनंतनाग सीट पर मतदाताओं के बीच डर पैदा करने और उनकी पार्टी को नुकसान पहुंचाने का एक प्रयास था।
सुश्री मुफ्ती ने कहा कि श्रीनगर और बारामूला सीटों पर रिकॉर्ड मतदान को नयी दिल्ली के लिए एक संदेश के रूप में देखा जाना चाहिए और जो दर्शाता है, “हम आपके फैसलों से नाराज हैं और ये हमें कतई स्वीकार्य नहीं हैं।...////...