12-Jan-2022 07:51 PM
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शिमला, 12 जनवरी (AGENCY) हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि पीएम नरेन्द्र मोदी की पंजाब के फिरोजपुर रैली किसी सुरक्षा चूक के कारण रद्द नहीं की गई थी, बल्कि यह प्रधानमंत्री के खिलाफ योजनाबद्ध तरीके से की गई साजिश थी।
श्री ठाकुर ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुये कहा कि पंजाब में पीएम की सुरक्षा से समझौता महज संयोग नहीं है। उन्होंने कहा कि मामला अब सुप्रीम कोर्ट में है, यह सोची समझी साजिश हो सकती है। पंजाब में प्रधानमंत्री की सुरक्षा के मुद्दे पर भाजपा पूरे देश मे आंदोलनरत है। पंजाब में अन्य मुद्दों को दरकिनार कर भाजपा ने इसे चुनावी मुद्दा बना दिया है।
उन्होंने कहा कि 5 जनवरी को पंजाब में प्रधानमंत्री मोदी का कार्यक्रम था। पंजाब में 42 हजार करोड़ से ज्यादा के उद्घाटन व शिलान्यास होने थे। लेकिन वहां एक खूनी साजिश हुई जो पंजाब सरकार द्वारा प्रायोजित थी। यह एक षड्यंत्र था। एक निजी चैनल के द्वारा किये गए स्टिंग से यह खुलासा हुआ है।
पुलिस को कोई कार्यवाही न करने के आदेश दिए गए थे पुलिस प्रदर्शनकारियों के साथ चाय पी रही थी। बीजेपी इस साजिश का पर्दाफाश कर जनता के सामने रख रही है।
एसपीजी को क्लीन चिट देते हुए सीएम जयराम ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों द्वारा प्रधानमंत्री के मार्ग को लेकर संदेह जताया गया था, लेकिन पंजाब सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब प्रदर्शनकारियों ने पीएम का रास्ता रोका तो पंजाब पुलिस के जवान भी प्रदर्शनकारियों के साथ चाय का लुत्फ उठा रहे हैं। पंजाब कांग्रेस सरकार अब सुरक्षा खतरे के बारे में अनभिज्ञता जताई ।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार को कई बार खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट किया, लेकिन सरकार की ओर से कोई कारगर कदम नहीं उठाया गया।सुरक्षा एंजेसियों ने पंजाब में खालिस्तानी गुट की गतिविधि के बारे में भी सतर्क किया। पीएम सुरक्षा से समझौते के लिए मुख्यमंत्री ने पंजाब के कांग्रेस शासन को दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के दौरे का पूरा कार्यक्रम राज्य सरकार को भेजा गया था।
उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार खालिस्तानी समर्थकों के हाथों में खेल रही है, जिन्होंने सार्वजनिक रूप से प्रधानमंत्री को जूता मारने का इनाम जारी किया था। पंजाब में प्रधानमंत्री के खिलाफ खूनी साजिश को जनता के सामने बेनकाब करेगी।...////...