23-Jun-2023 06:50 PM
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जयपुर 23 जून (संवाददाता) उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किसी भी व्यक्ति को कानून से ऊपर नहीं बताते हुए कहा है कि कानून के शिकंजे से कोई नहीं बच सकता लेकिन भारत की प्रगति से कुछ वर्गों को कुंठा है और प्रबुद्ध समाज की जिम्मेदारी है कि विदेशी विश्विद्यालयों से चलाए जा रहे भारत विरोधी अभियान का मुंहतोड़ जवाब दें।
श्री धनखड़ शुक्रवार को जयपुर के मालवीय नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी में शिक्षकों और विद्यार्थियों से संवाद कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है, कानून के शिकंजे से कोई नहीं बच सकता और कानून के सामने यह समानता ही कुछ अभिजात्य लोगों को रास नहीं आती, जब उन्हें कानूनी नोटिस मिलता है तो वे सड़कों पर आ जाते हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसे लोग एकत्र होकर, अपनी अभिजात्यता बचाने की आखिरी लड़ाई लड़ रहे हैं लेकिन कानून का शिकंजा अवश्य कसेगा। उन्होंने कहा वो ऐसी राजनीति पर टिप्पणी नहीं कर रहे, बल्कि वह इसके सामाजिक परिणामों को लेकर चिंतित हैं जब विरोध के नाम पर सड़कों पर सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जाता है। यह असंतोष और अराजकता सामाजिक समस्या है। उन्होंने कहा कि जो लोग पद ग्रहण करते समय संविधान की शपथ लेते हैं, वही लोग संवैधानिक संस्थाओं की सार्थकता, सक्षमता पर प्रश्न उठाते हैं, उनकी आलोचना करते हैं। प्रबुद्ध समाज को ऐसे लोगों को जवाब देना चाहिए।
श्री घनखड़ ने भारत विरोधी अभियान चलाने वाले विदेशी संस्थानों को भारतीय उद्योगपतियों द्वारा आर्थिक सहायता दिए जाने पर विरोध जताया। उन्होंने कहा “हम भारतीय एकलव्य हैं कोई सिखाए न सिखाए, हम हर नई विद्या को स्वत: ही सीख लेते हैं। ग्रामीण भारत में इंटरनेट के बढ़ते प्रयोग की चर्चा में कहा कि भारत में प्रति व्यक्ति इंटरनेट डाटा प्रयोग का आंकड़ा, चीन और अमेरिका के सम्मिलित आंकड़े से ज्यादा है।...////...