राजनीतिक और कट्टरवादी विचारधारा में फर्क समझने की जरुरत : भारत
05-Feb-2022 09:00 PM 1886
संयुक्त राष्ट्र, 05 फरवरी (AGENCY) भारत ने कहा है कि लोकतंत्र में राइट-विंग एवं लेफ्ट-विंग राजनीति का हिस्सा हैं और चुनावों के जरिए सत्ता में आती हैं तथा राजनीतिक और कट्टरपंथी विचारधारा में फर्क समझने की जरूरत है। संयुक्त राष्ट्र (संरा) में भारत के स्थाई प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने संरा आतंकवाद निरोधक विंग के सदस्य देशों की राजनयिक स्तरीय वार्षिक ब्रीफिंग में कहा कि दुनिया में आतंकवाद का खतरा बढ़ा है। उन्होंने कहा , “ दुनिया को 9/11 से पहले के दौर में नहीं जाना चाहिए जब हम आतंकवादियों को ‘हमारे आतंकवादी’ और ‘तुम्हारे आतंकवादी’ की श्रेणी में बांटकर अपने सामूहिक संकल्प को कमजोर कर रहे थे।” श्री तिरुमूर्ति ने कहा, “हमें इन राजनीतिक और कट्टरपंथी विचारधाराओं के बीच अंतर करने की आवश्यकता है। हमारी लड़ाई ऐसी कट्टरपंथी विचारधाराओं के खिलाफ है न कि लोकतंत्र के खिलाफ। दोनों को एक ही रंग में रंगना गलत है।” उन्होंने यह भी कहा कि एशिया के साथ-साथ अफ्रीका में अल-कायदा, आईएसआईएल और उनके सहयोगियों के कारण उत्पन्न खतरे को समझने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वैश्विक आतंकवाद विरोधी रणनीति की अखंडता को बनाए रखना और कड़ी मेहनत से अर्जित आम सहमति को कमजोर करने के प्रयासों को रोकना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।...////...
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