14-Aug-2023 10:49 PM
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जयपुर 14 अगस्त (संवाददाता) राजस्थान अपराध के मामले में देश में दस नम्बर पर हैं।
राज्य के पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने सोमवार को यहां पुलिस मुख्यालय में प्रेस वार्ता में एक सवाल के जवाब में बताया कि राज्य में झूठे मामलों को शामिल नहीं करने पर राजस्थान देश में अपराध के मामले में दस नम्बर पर है जबकि उत्तर प्रदेश इस मामले में नम्बर वन और मध्यप्रदेश चौथे नम्बर पर हैं।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में दुष्कर्म के मामलों में 45 प्रतिशत एफआर हो रही है जबकि पड़ौसी राज्यों में यह प्रतिशत ढाई से 12 प्रतिशत हैं। उन्होंने झूठे मामलों में कहा कि ऐसे कई मामले सामने आते हैं जिनके सही नहीं पाये जाने एवं चालान योग्य साक्ष्य नहीं होने पर एफआर लगानी पड़ती है। उन्होंने एनसीआरबी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि मामलों का पंजीयन बढ़ना और अपराध बढ़ना दोनों अलग अलग है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने फ्री रजिस्ट्रेशन नीति के तहत पुलिस को खुली छूट दे रखी हैं कि पुलिस को इस मामले में कतई डरने की जरुरत नहीं हैं कि मामलों का पंजीयन बढ़ रहा है। हालांकि कई मामलों के सही नहीं पाये जाने पर मामले में जांच एवं कार्रवाई करने से अनावश्यक बोझ तो बढ़ता है, बोझ बढ़े तो बढे लेकिन मामले के पंजीयन में कोई समझौता नहीं होगा। एक अन्य सवाल पर श्री मिश्रा ने कहा कि अपराधियों द्वारा पुलिस पर फायरिंग करने वाला ट्रेंड नया है और इस प्रवृत्ति पर अंकुश लगाने के लिए कार्रवाई तेज कर दी गई। उन्होंने कहा कि हालांकि पुलिस अपनी रक्षा में फायरिंग का जवाब भी देती है। उन्होंने कहा कि जो अपराधी देश के बाहर हैं उन्हें भी लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने प्रदेश में पुलिस को अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई एवं कानून व्यवस्था मजबूत बनाए रखने के लिए दृढ़ संकल्पित बताते हुए कहा कि इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए राज्य में हार्डकोर अपराधियों, माफियाओं और आपराधिक गिरोहों के खिलाफ नियोजित तरीके से व्यापक कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने कहा कि पुलिस अपने काम में कहीं पीछे नहीं है और वह कहीं कोई शिथिलता एवं लापरवाहीं नहीं बरत रही है। उन्होंने कहा कि अपराध पर सामाजिक नियंत्रण में कमी आई हैं और इसमें पुलिस का वश नहीं होता लेकिन घटना के बाद पुलिस पूरी तत्परता से काम कर रही है।...////...