राजस्थान के सभी सांसदों को ईआरसीपी के लिए एक साथ प्रधानमंत्री से करना चाहिए निवेदन-गहलोत
07-Jul-2022 06:40 PM 2493
जयपुर 07 जुलाई (AGENCY) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्वी राजस्थान नहर योजना (ईआरसीपी) को राष्ट्रीय परियाेजना घोषित करने की मांग दोहराते हुए कहा है कि इसके लिए राज्य के सभी पच्चीस सांसदों को एक साथ जाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से निवेदन करना चाहिए। श्री गहलोत ने अलवर जिले के हरसौरा में श्रीमती मिश्रो देवी एवं श्री रामदेव गुर्जर की मूर्तियों का अनावरण के अवसर पर मीडिया से आज यह बात कही। उन्होंने कहा कि हम ईआरसीपी में कोई राजनीति नहीं करना चाहते, केंद्र सरकार उनके पास में है, राज्य सरकार कांग्रेस की है यहां पर अगर सब मिलकर कोई काम करेंगे तो काम समयबद्ध पूरा होगा, एक दिन की देरी भी क्यों हो, सिंचाई की सुविधाएं हैं, पीने के पानी की सुविधाएं हैं, हम चाहेंगे कि समय पर ये योजना पूरी हो। उन्होंने कहा कि क्यों नहीं केन्द्र सरकार आगे आकर ये घोषणा करती है कि प्रधानमंत्री ने जो वादा किया है वो निभाएंगे, अगर वादा न भी करते मानलो प्रधानमंत्री,तब भी हम मांग करते इतनी बड़ी योजना को केंद्र को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करना चाहिए, यहां तो दो बार वादा करके गए हैं प्रधानमंत्री, उसको निभाने में क्या तकलीफ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्रीजी को चाहिए कि तमाम काम छोड़कर 25 सांसद एक साथ जाकर प्रधानमंत्री से निवेदन करें कि प्रदेशवासियों की 13 जिलों की मांग है कि आप जो कहकर आए थे जयपुर-अजमेर में उसके अनुसार हमें समय रहते इसको राष्ट्रीय परियोजना घोषित करनी चाहिए, पच्चीस सांसद जाकर मिलेंगे तो क्या प्रधानमंत्री मना करेंगे। श्री गहलोत ने कन्हैयालाल हत्याकांड पर कहा कि जो घटना हुई है जिस रूप में उदयपुर में, जघन्य अपराध हुआ है, इसलिए हम तत्काल जब परिवार से मिले तब भी जो भावना थी वहां पर, परिवार की स्थिति थी उसी के अनुरूप कल हमने फैसला किया कैबिनेट के अंदर कि दोनों बच्चों को सरकारी नौकरी मिलेगी, ये हमारा फर्ज भी है और मैं समझता हूं कि समय पर ये फैसला हुआ उससे संबल बढ़ेगा परिवार का जो कि बहुत दुःखी है, उनके दुःख की हम कल्पना नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि एक अवसर था हैदराबाद में जब अभी भाजपा की कार्यकारिणी हुई थी और सब बातें प्रधानमंत्री बोले हैं वहां पर, लेकिन उन्होंने अपील क्यों नहीं की। देश जल रहा है, तनाव है, गुस्सा लोगों के अंदर है, हिंसा है, ऐसे वक्त में प्रधानमंत्री को आकर अपील करनी चाहिए, यह मैं हाथ जोड़कर उनसे निवेदन करना चाहूंगा। मुख्यमंत्री ने कहा “प्रधानमंत्री से मैं फिर निवेदन करूंगा कि आपको बार-बार हम लोग अपील ही तो कर रहे हैं, अपील क्या कर रहे हैं कि आप मैसेज दो देश को, आपके मैसेज का इम्पैक्ट पड़ेगा कि प्रदेशों में, देश में शांति-सद्भाव-प्यार-भाईचारा रहे और हिंसा को मैं बर्दाश्त नहीं करूंगा यही कहना है उनको सिर्फ। उनके एडवाइजर कौन हैं जो उनको एडवाइज नहीं दे रहे हैं कि आपको अपील करनी चाहिए समय रहते हुए, पहले अपील की थी एक बार जब लिंचिंग हुई थी जब हम खुद कहते हैं कि उसका इम्पैक्ट पड़ा था तो अब तकलीफ क्या हो रही है उनको अपील करने में, उनकी अपील होती तो ऐसी घटनाएं भी नहीं होंगी, मेरा मानना है।...////...
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