04-Oct-2023 10:54 PM
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नयी दिल्ली 04 अक्टूबर (संवाददाता) उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने, अपने निवास स्थान पर संत ईश्वर सम्मान से सम्मानित 18 समाजसेवियों और संस्थाओं के प्रतिनिधियों से व्यक्तिगत रूप से मिलकर उनकी हौसला अफजाई की। उन्होंने संत ईश्वर फाउंडेशन के संस्थापक स्वर्गीय खैराती लाल जी के विषय में भी चर्चा करते हुए कहां कि मैं उन्हें व्यक्तिगत रूप से जानता था। वह ज़मीन से जुड़े, सात्विक, सेवा को समर्पित 24 कैरेट गोल्ड के ख़ालिस इंसान थे।
श्री धनखड़ ने कहा कि लगता है उन्हें बनाने के बाद ईश्वर ने वह सांचा ही तोड़ दिया जिसमें गड़ कर खैराती लाल जी बने थे जो भी उनके संपर्क में आता उनसे प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकता था। विगत 21 वर्षों से अनवरत सेवा कार्यों में लगी यह संस्था और खैराती लाल जी आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। उन्हीं की इस परंपरा को उनके सुपुत्र कपिल खन्ना पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ निभा रहे हैं। ‘भारत सरकार’ व ‘संत ईश्वर सम्मान’ पद्मश्री ,पद्म भूषण, भारत रत्न और संत ईश्वर सेवा सम्मान लोगों को ढूंढते हुए उनके पास जा रहे हैं। जिन लोगों व संस्थाओं को यह सम्मान मिलता है उनको सम्मान मिलने के बाद समाज को पता चलता है तब लगता है कि सही लोगों को सम्मान मिला। ये सेवाव्रती नींव की ईंट की भांति चुपचाप सेवा कार्यों में लगे हुए हैं। आज पद्मश्री, पद्मभूषण, भारत रत्न और संत ईश्वर सम्मान की जो समाज में प्रतिष्ठा है वह निष्पक्ष होकर लोगों के चयन के कारण है।...////...