05-Feb-2022 08:27 PM
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नयी दिल्ली, 05 फरवरी (AGENCY) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि सरकार खाद्य तेलों के क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने के मिशन के साथ प्रयास कर रही है और इसके लिए आयल पाम बागान को विभिन्न प्रांतों में छह लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बढ़ाने का लक्ष्य है।
श्री मोदी अर्द्ध-शुष्क उष्ण कटिबंधीय क्षेत्रों के लिए अंतरराष्ट्रीय फसल अनुसंधान संस्थान (क्रीसैट) परिसर में संस्थान की स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा,“ प्रधानमंत्री ने कहा कि खाद्य तेलों में आत्मनिर्भरता के लिए राष्ट्रीय मिशन भारत के नये दृष्टिकोण को दर्शाता है। मिशन का लक्ष्य आयल पाम बागाने क्षेत्र को छह लाख हेक्टेयर बढ़ाना है। ”
प्रधानमंत्री ने कहा, “ यह भारतीय किसानों को हर स्तर पर मदद करेगा और आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के किसानों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा। ”
तेल उद्योग के अनुमानों के अनुसार 2021-22 में भारत में तेल का खाद्य तेलों का उत्पादन करीब एक करोड़ टन होने का अनुमान है जबकि खपत 2.3 करोड़ टन के आस पास रहेगी। विश्लेषकों के अनुसार भारत में शहरीकरण और खाद्य शैल में बदलाव से 2030 तक खाद्य तेलों की मांग में 2030 तक सालाना करीब 3-3.5 प्रतिशत की दर से वृद्धि होगी।
भारत खाद्य तेलों का प्रमुख आयातक है और इसमें भारी मात्रा में पाम आयल आता है। सरकार पूर्वोत्तर राज्यों में आयल पाम के बागान को प्रोत्साहित करना चाहती है।
श्री मोदी ने इस अवसर पर यह भी कहा कि फसल कटाई के बाद उसको संभालने के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए कदम उठाए गए हैं। इनके तहत 3.5 करोड़ टन भंडारण क्षमता की कोल्ड चेन श्रृंखला बनाने और कृषि अवसंरचना कोष के एक लाख करोड़ रुपये के विशेष कोष की शुरुआत का भी उल्लेख किया।...////...