24-Apr-2022 09:16 PM
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पुड्डुचेरी 24 अप्रैल (AGENCY) केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को दर्शानिक संत श्री अरबिंदो की 150वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनके कार्य और विचार सभी के लिए प्रासंगिक हैं और वे हमारे मार्गदर्शक बने हुए हैं।
श्री शाह ने आज यहां पांडिचेरी विश्वविद्यालय में श्री अरबिंदो की 150वीं जयंती समारोह का उद्घाटन करते हुए कहा, “
“भारत की आत्मा को समझना चाहते हैं, तो आपको श्री अरबिंदो को सुनना और पढ़ना चाहिए। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी और द्वारका से लेकर बंगाल तक, कहीं न कहीं यही संस्कृति हम सबको बांधती है।”
उन्होंने कहा, “श्री अरबिंदो ने भारतीय संस्कृति की प्राचीन चेतना को नई ऊर्जा, गति और दिशा प्रदान की। जब तक हम श्रीअरविंदो के विचारों को नई पीढ़ी तक नहीं पहुंचाते, उनके मन में जानने की जिज्ञासा नहीं पैदा करते, तब तक श्रीअरविंदो की 150वीं जयंती मनाने का उद्देश्य पूरा नहीं हो सकता।”
उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के पीछे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के तीन उद्देश्य है। उन्होंने कि यह युवा पीढ़ी के बीच हमारे स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित विचारों को पुनर्जीवित करता है। पिछले 75 वर्षो की उपलब्धियों और अगले 25 वर्षों के बारे में इस विचार को फैलाने के लिए कि राष्ट्र को दुनिया में शीर्ष पर ले जाने और इसे हर क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करने का समय है।
उन्होंने कहा, “श्री अरबिंदो ने स्वराज की अवधारणा को देश के सामने रखा है और उनका मानना था कि भारत के पास दुनिया की समस्या के समाधान की शक्ति हैं। उन्होंने कहा कि स्वराज का मतलब केवल राजनीतिक शक्ति नहीं है, स्वराज का मतलब भारत के लिए स्वदेशी सिद्धांतों, संस्कृति और उसकी महान परंपराओं की अवधारणाओं को आगे ले जाना है।...////...