01-May-2025 10:40 PM
3860
नयी दिल्ली 01 मई (संवाददाता) केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात दिवस और महाराष्ट्र दिवस के अवसर पर गुरूवार को यहां आयोजित मिलन समारोह को संबोधित किया।
इस अवसर पर दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना, केन्द्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सरकार ने यमुनोत्री से लेकर प्रयागराज तक यमुना नदी के जल को शुद्ध और पवित्र करने और दिल्ली में साबरमती की तर्ज पर एक रिवरफ्रंट बनाने के लिए कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यमुना का शुद्धिकरण न सिर्फ दिल्लीवासियों और पड़ोसी राज्यों के लिए बल्कि श्रीकृष्ण और यमुना जी के प्रति श्रद्धा रखने वाले सभी भारतीयों के लिए बहुत महत्व रखता है।
उन्होंने कहा कि गुजरात और महाराष्ट्र ने बिना कटुता के एक राज्य में से बने दो राज्यों के बीच स्वस्थ स्पर्धा और एक दूसरे का सम्मान करते हुए अपने साथ -साथ देश का विकास कैसे कर सकते हैं, इसका एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा कि हर राज्य की सीमा, भाषा और संस्कृति को झगड़े का कारण बनाकर देश को तोड़ने वाले अपनी मंशा में सफल हो रहे थे लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इन सभी विचारों को नाकाम करते हुए एक भारत, श्रेष्ठ भारत का जो संकल्प लिया है उसके परिणामस्वरूप आज हर भाषा और संस्कृति एक दूसरे से ताकत लेती है।
श्री शाह ने कहा कि मराठी और गुजराती के बीच कोई स्पर्धा नहीं है और दोनों अपनी अपनी जगह महान भाषाएं हैं। उन्होंने कहा कि अगर व्यक्ति मन से ठान ले कि बिखराव लाने वाली हर चीज़ को समाप्त करना है तो उसका आदर्श उदाहरण प्रधानमंत्री ने एक भारत श्रेष्ठ भारत की कल्पना देकर किया है। उन्होंने कहा कि 1 मई, 1960 को मुंबई राज्य से दो राज्यों का जन्म हुआ, एक बना गौरवशाली गुजरात और दूसरा बना महान महाराष्ट्र। दोनों राज्यों का अनेक वर्षों से देश की हर समस्या को सुलझाने और विकास को आगे बढ़ाने में बहुत बड़ा योगदान रहा है।...////...