08-May-2022 08:33 PM
7724
मंदसौर, 08 मई (AGENCY) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज यहां पशुपतिनाथ मंदिर प्रांगण में सहस्त्र शिवलिंग महादेव की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा पूजा-अर्चना के साथ की।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार इसका निर्माण लगभग 4 करोड़ 50 लाख रूपए की लागत से किया गया है। इसी दौरान मंदिर में स्थापित देश के सबसे बड़े 37 टन पीतल धातु से निर्मित महाघंटे का लोकार्पण किया गया। मुख्यमंत्री लगातार 3 दिन से मंदिर परिसर में चल रहे यज्ञ की पूर्णाहुति में भी शामिल हुए।
इस दौरान भानपुरा पीठ के महाराज श्री शंकराचार्य श्री ज्ञानान्द जी तीर्थ, वित्त जगदीश देवड़ा, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, सांसद सुधीर गुप्ता सहित विधायक जन-प्रतिनिधि बड़ी संख्या में नागरिक और धार्मिक श्रद्धालु, मौजूद थे।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय सनातन संस्कृति सचमुच में अदभुत है। भारतीय धरा पर बच्चों को बचपन से ही धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो और विश्व का कल्याण हो, का पाठ पढाया जाता है। उन्होंने कहा कि मानव जीवन को सार्थक बनाना है तो पशुपतिनाथ भगवान दर्शन के लिए मंदसौर जरूर आईये। मंदसौर में जन्म लेने वाले सभी लोग सौभाग्यशाली हैं। श्री चौहान ने मंदसौर वासियों का आह्वान किया कि वे शिवना नदी शुद्धिकरण में सहयोग का संकल्प लें। शासन और आम जनता शिवना के शुद्धिकरण का कार्य मिलकर करें।
श्री चौहान ने कहा कि हर वर्ष 8 दिसम्बर को मंदसौर का गौरव दिवस मनाया जायेगा। इस दिन वे भी मंदसौर आएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि संस्कृत विद्यालय में पढ़ने वाले बटुकों को भी छात्रवृत्ति प्रदान करने निर्णय शासन ने लिया है। ऐसे मंदिर जिनके नाम जमीन नहीं है, उन मंदिर के पुजारियों को 5 हजार रूपये मानदेय दिया जायेगा। मंदिर की जमीन पुजारी नीलाम कर सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि महाशिवरात्रि पर पूरा मंदसौर शहर दीपों से जगमगाये। सभी लोग अपने घर, आँगन एवं सम्पूर्ण शहर का दीपों से श्रंगार करने का संकल्प ले। कार्यक्रम को भानपुरा पीठ के शंकराचार्य श्री ज्ञानान्द जी तीर्थ ने भी संबोधित किया।
शंकराचार्य श्री ज्ञानान्द जी तीर्थ एवं मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दशपुर प्राच्य शोध संस्थान मंदसौर द्वारा प्रकाशित ‘अद्वितीय सहस्त्रलिंग’ पुस्तक का विमोचन भी किया। श्री चौहान ने पशुपतिनाथ मंदिर परिसर में रूद्राक्ष का पौधा रोपा सहस्त्रलिंग मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना कर अभिषेक भी किया। उन्होंने भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन कर मंदसौर जिला और प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि एवं जन-कल्याण की कामना की।
सहस्त्र शिवलिंग मंदिर का भूमिपूजन वर्ष 2018 में मुख्यमंत्री द्वारा ही किया गया था। मंदिर लगभग 4 वर्ष में बनकर तैयार हुआ है। शिवना नदी के तट पर निर्मित यह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए यह एक नया तीर्थ होगा। सहस्त्र शिवलिंग महादेव की मूर्ति को विदेशी आक्रमणकारियों ने शिवना नदी में फेंक दिया था, जिसे लगभग 50 वर्ष पहले शिवना नदी के गहरीकरण के दौरान नदी से बाहर निकाला गया। श्री चौहान ने रेवास देवड़ा रोड पर राजपूत समाज के रानी पद्मावती बाईसा छात्रावास का भूमिपूजन भी किया।...////...