शून्य घुसपैठ सुनिश्चित करना सेना का लक्ष्य
23-Jun-2022 11:42 PM 3931
फरकियां, 23 जून (AGENCY) आतंकवाद के खतरे से लगातार जूझ रही कश्मीर घाटी मेंं सेना और घुसपैठियों के बीच हमेशा लुका-छिपी लगी रहती है। सशस्त्र घुसपैठ सुरक्षा को भेदते हुए भारत की सीमा में आना चाहते हैं जबकि भारतीय सेना चौकसी के साथ तैनात रहती है। यह साल का वह समय है जब सीमापार के आतंकवादी ऊंची-ऊंची चोटियों को लांघकर भारत की सीमा में आने का पुरज़ोर प्रयास करते हैं। भारत की सेना अपने दुश्मनों को अच्छी तरह जानती है। संघर्ष-विराम की स्थिति में भारतीय सैनिक दिन-रात बाज़ की नज़र के साथ निगरानी करते हैं ताकि नियंत्रण रेखा पर शांति बरकरार रखी जा सके। केरन के जुमागुंड इलाके में करीब एक महीने पहले 26 मई को लश्कर-ए-तैयबा के तीन कथित पाकिस्तानी आतंकवादी और एक आर्मी पोर्टर मुठभेड़ में मारे गये थे। कुपवाड़ा जिले में इस साल तीन और मुठभेड़ हुई हैं। फारकिया में तैनात 268 इन्फैन्ट्री ब्रिगेड के ब्रिगेडियर तपस कुमार मिश्रा ने मीडिया के एक समूह को कहा,“आतंकवादियों ने घुसपैठ करने की कोशिश की है लेकिन हमने उन्हें दो बार रोका है। हमारे क्षेत्र से किसी भी सफल घुसपैठ की कोई खबर नहीं है।” कुपवाड़ा स्थित सेना के 28 माउंटेन डिवीजन की 268 ब्रिगेड केरन सेक्टर में नियंत्रण रेखा के लगभग 60 किमी की सुरक्षा करती है। ब्रिगेडियर मिश्रा ने कहा कि यह शून्य घुसपैठ सुनिश्चित करने के लिए सेना का प्रयास रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हें पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में लॉन्च पैड पर आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में नियमित जानकारी मिल रही है। उन्होंने कहा, “ हां, हमें लॉन्च पैड्स पर आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में इनपुट मिलते हैं लेकिन हम वास्तव में यह नहीं जान पाएंगे कि वहां कितने आतंकवादी बैठे हैं। हमें जो इनपुट मिले, उसके बारे में हम निश्चित नहीं हो सकते, लेकिन हम उन्हें नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते। इसलिए, हमें सतर्क रहना होता है।” उन्होंने कहा कि नियंत्रण रेखा पर सेना को हमेशा सतर्क रहना होगा। ब्रिगेडियर मिश्रा ने कहा, “चाहे पांच हों या पचास, हमारे लिए यह उतना ही काम करता है। जब तक लॉन्च पैड पर आतंकवादी हैं, इस बात की आशंका है कि कोई हमारे क्षेत्र में आ सकता है, और इसलिए, हमें चौकस रहना होगा।” यह पूछे जाने पर कि क्या संघर्षविराम ने घुसपैठ का मुकाबला करने में मदद की है, ब्रिगेडियर मिश्रा ने कहा कि दोनों को सीधे तौर पर जोड़ना बहुत मुश्किल था। उन्होंने कहा कि संघर्षविराम का दोनों पक्ष ठीक तरह पालन कर रहे हैं और किसी की ओर से भी समझौते का उल्लंघन नहीं हुआ है। ब्रिगेडियर मिश्रा ने कहा कि नियंत्रण रेखा के साथ निगरानी ग्रिड ठोस है और लगातार बेहतर हो रही है। उन्होंने परिक्षेत्र में छोटी पिस्तौलों की हालिया बरामदगी के बारे में कहा कि केरान सेक्टर से यहां न कुछ आया है और न कुछ गया है।...////...
© 2025 - All Rights Reserved - mpenews | Hosted by SysNano Infotech | Version Yellow Loop 24.12.01 | Structured Data Test | ^