09-Jun-2025 09:06 PM
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नयी दिल्ली 09 जून (संवाददाता) केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मोटे अनाज की विश्व स्तर पर पहचान स्थापित करने की कोशिश करने का आह्वान करते हुए कहा है कि तेलंगाना का श्री अन्न अऩुसंधान संस्थान पूरी दुनिया को दिशा देगा।
श्री चौहान विकसित कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत सोमवार को तेलंगाना पहुंचे और किसानों तथा वैज्ञानिक समुदाय से संवाद किया। उन्होंने रंगारेड्डी जिले में किसानों के नवाचार को देखा और कहा कि राज्य में पाम की खेती बढ़ाने के प्रयास होने चाहिए। उन्होंने कहा कि किसानों की आय में वृद्धि करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है और निरंतर प्रयास कर रही है। देश में भी अनुसंधान किये जा रहे हैं और विदेशों के भी सफल अनुसंधान किसानों तक पहुंचाने की कोशिश की जायेगी। सरकार एकीकृत खेती के मॉडल विकसित करने पर जोर दे रही है।
उन्होंने हैदराबाद में भारतीय श्रीअन्न अनुसंधान संस्थान में श्रीअन्न वैश्विक उत्कृष्ट अनुसंधान केंद्र का शिलान्यास किया है। उन्होंने कहा कि पोषण के लिए श्रीअन्न 'सुपर फूड' है और धरती के लिए यह वरदान भी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 18 मार्च 2023 को भारतीय श्रीअन्न अनुसंधान संस्थान को श्री अन्न वैश्विक उत्कृष्टता केंद्र रूप में उन्नयन करने की घोषणा की थी। आज इसी कड़ी में 250 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस भवन का शिलान्यास किया गया है। यह अंतरराष्ट्रीय ज्ञान और कौशल विकास के रूप में कार्य करेगा।
श्री चौहान ने कहा कि कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान उसकी आत्मा है । उन्होंने कहा कि
किसानों की समृद्धि ही सरकार का उद्देश्य है। विकसित भारत के लिए उन्नत खेती और समृद्ध किसान जरूरी है।
इस अवसर पर केंद्रीय राज्य कृषि मंत्री भागीरथ चौधरी, तेलंगाना के कृषि मंत्री तुम्मला नागेश्वर राव, सांसद कोंडा विश्वेश्वर रेड्डी, सांसद चामला किरण कुमार रेड्डी, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद - आईसीएआर के महानिदेशक डॉ. एम एल जाट तथा वैज्ञानिक, केंद्र सरकार और राज्य सरकार के अधिकारी मौजूद रहे।...////...