28-Oct-2024 10:40 PM
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श्रीनगर, 28 अक्टूबर (संवाददाता) जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को यहां कश्मीर संभाग के सभी जिलों की सुरक्षा स्थिति और विकास पहलुओं पर समीक्षा बैठक की।
इस दौरान श्री सिन्हा ने सभी संबंधित अधिकारियों को आतंकवादी खतरों के संबंध में निवारक कार्रवाई पहले करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा, “हमें शांति और विकास की गति को बनाए रखना चाहिए। साथ ही आतंकवादियों और आतंकवादियों को समर्थन, सुरक्षित पनाह या कोई सहायता प्रदान करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है।" उन्होंने कहा, "हमारा उद्देश्य सामाजिक-आर्थिक विकास सुनिश्चित करना और लोगों में सुरक्षा की भावना को बढ़ावा देना है।" उन्होंने कहा कि राष्ट्र विरोधी प्रचार करने वालों, सार्वजनिक सुरक्षा और कानून-व्यवस्था को खतरा पहुंचाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
उपराज्यपाल ने आतंकी पारिस्थितिकी तंत्र को कुचलने के लिए शून्य-सहिष्णुता के दृष्टिकोण और सुरक्षा एजेंसियों के बीच अधिक सतर्कता तथा समन्वय का आह्वान किया। उन्होंने कहा, "नार्को-आतंकवाद के मुद्दे से तुरंत निपटा जाना चाहिए और पूरे नार्को-आतंक नेटवर्क को खत्म करना सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। " त्वरित विकास की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंने उपायुक्तों को किसानों के कल्याण, ग्रामीण और शहरी विकास, स्वरोजगार और केंद्रीय क्षेत्र की योजनाओं के तहत प्रमुख पहलों की संतृप्ति के लिए योजनाओं के कामकाज की निगरानी करने का निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों को दूर-दराज के क्षेत्रों में बेहतर सड़क और दूरसंचार संपर्क पर ध्यान केंद्रित करने का भी निर्देश दिया।
उपराज्यपाल ने चुनाव और श्री अमरनाथ जी यात्रा के शांतिपूर्ण संचालन के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस और प्रशासनिक तंत्र की सराहना की।
बैठक में मुख्य सचिव अटल डुल्लू, पुलिस महानिदेश (डीजीपी) नलिन प्रभात, प्रमुख सचिव गृह राकर भारती, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ( एडीजीपी-कानून एवं व्यवस्था) श्विजय कुमार, एडीजीपी, सीआईडी नीतीश कुमार, उपराज्यपाल के प्रमुख सचिव मंदीप भंडारी, संभागीय आयुक्त कश्मीर विजय बिधूड़ी, कश्मीर संभाग के महानिरीक्षक (आईजी) विधि कुमार बिरदी, कश्मीर संभाग के सभी जिलों के डीआईजी, डीसी और एसएसपी में शामिल हुए।...////...